हैदराबाद : भारत बायोटेक ने घोषणा की है कि उसने ब्राजील को कोवैक्सिन की आपूर्ति के लिए प्रीसिसा मेडिकमेन्टोस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. बता दें कि विगत तीन जनवरी को कोवैक्सीन के आपात प्रयोग को मंजूरी दी गई थी.
कोवैक्सीन के आपात प्रयोग की मंजूरी पर भारत बायोटेक के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने एक बयान में कहा था, 'कोवैक्सीन के आपात उपयोग को मंजूरी मिलना भारत में नवोन्मेष तथा नये उत्पादों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है. यह देश के लिये गर्व का समय है और भारतीय वैज्ञानिक क्षमता का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. यह देश में नवोन्मेष के लिये अनुकूल परिवेश की शुरुआत है.'
उन्होंने कहा कि यह टीका महामारी के इस दौर में एक ऐसी चिकित्सकीय जरूरत को पूरा करता है, जिसका कोई हल नहीं था. कंपनी का लक्ष्य दुनिया भर के उन लोगों को टीका मुहैया कराना है, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.
कोविड-19 के लिए भारत के पहले स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन की संभावित निर्यात संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए पिछले सप्ताह प्रीसिसा मेडिकामेंट्स की एक टीम ने भारत बायोटेक सुविधा का दौरा किया.
टीम ने सात-आठ जनवरी को भारत बायोटेक में डॉ कृष्णा एला से मुलाकात की. चर्चा के दौरान भारत में ब्राजील के राजदूत आन्द्रे अरणा कोरसा डू लागो भी आभासी रूप से शामिल हुए.
उन्होंने कोवैक्सीन की खरीद के लिए ब्राजील सरकार की ओर से अपनी गहरी रुचि व्यक्त की. इस दौरान सहमति बनी कि निजी बाजार में वैक्सीन की आपूर्ति ब्राजील नियामक प्राधिकरण के आधार पर होगी.
भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एल्ला ने ब्राजील सरकार द्वारा व्यक्त की गई रुचि से प्रसन्न होकर कहा, कोविड-19 महामारी ने मानवता को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है.
वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए एक कंपनी के रूप में हमारे लिए यह हमेशा महत्वपूर्ण रहा है कि हम टीके विकसित करें. कोवैक्सीन भारत की ओर से एक नवाचार और उत्पाद विकास का एक आदर्श उदाहरण है.