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मॉरिशस से बिहार आकर ये शख्स खोज रहा 166 साल पुराना पूर्वजों का गांव - पटना में मॉरिशस के दम्पति

हेमानंद बद्री अपनी पत्नी के साथ मॉरिशस से पटना पहुंचे हैं. पूर्वजों की जानकारी के लिए उन्होंने पुलिस से भी मदद मांगी है. उनके परदादा 166 साल पहले मजदूरी करने मॉरिशस चले गये थे. जानें क्या है पूरा मामला...

मॉरिशस से बिहार आकर ये शख्स खोज रहा 166 साल पुराना पूर्वजों का गांव

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Published : Oct 12, 2019, 8:25 PM IST

Updated : Oct 12, 2019, 8:35 PM IST

पटना : अपने पूर्वजों के गांव की तलाश में मॉरिशस के एक दम्पति पटना पहुंचा है. 166 साल के बाद यह दम्पति पैतृक गांव का पता लगाने विदेश से फुलवारी शरीफ पहुंचा है. वह पूर्वजों की जानकारी लेने के लिए यहां आया है. उन्होंने बताया कि साल 1853 में पूर्वज कोलकाता से मॉरिशस चले गए थे.

हेमानंद बद्री बताते हैं कि उनके परदादा (नाम बद्री) था, वह 1853 में कोलकाता से जूलिया नामक जहाज से एक मजदूर के तौर पर मॉरिशस गये थे. इसके बाद वहीं बस गये. उन्हें कुछ महीनों पहले ही पता चला था कि उनके पूर्वज भारत के रहने वाले थे. जानकारी के बाद अपने पूर्वजों का गांव और वंशजों से मिलने की जिज्ञासा हुई.

फुलवारी शरीफ थाना

पूर्वजों की तलाश में पटना पहुंचे मॉरीशस के दम्पति
हेमानंद सबसे पहले मॉरिशस स्थित महात्मा गांधी इंस्टीच्यूट लाइब्रेरी पहुंचे, जहां उन्हें अपने परदादा से संबंधित कुछ कागजात मिले. जिसमें गांव के नाम की जगह फुलवारी परगना और दीनापुर लिखा था. जो आज के वक्त में फुलवारीशरीफ और दानापुर है. हेमानंद अपनी पत्नी के साथ इन्हीं कागजातों के आधार पर अपने पूर्वजों की तलाश में फुलवारीशरीफ थाना पहुंच गये.

मॉरिशस से बिहार आकर ये शख्स खोज रहा 166 साल पुराना पूर्वजों का गांव

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पुलिस से मदद की गुहार
हेमानंद काफी देर थाने में रहे और पुलिस के साथ अपनी जानकारी को साझा किया. उन्होंने पुलिस से उनके पूर्वजों के गांव को ढूंढने में मदद करने की गुहार लगाई. उन्हें और उनकी पत्नी को पूरा विश्वास है कि वो अपने परदादा बद्री और उनके गांव के बारे के पता लगा लेंगे.

बद्री के पांचवें वंशज हैं हेमानंद
बता दें कि हेमानंद पुलिस निरीक्षक के पद से रिटायर्ड हैं. उनकी पत्नी विद्यावती भी सरकारी नौकरी करती हैं. उन्होंने बताया कि वे बद्री के पांचवें वंशज हैं. उनके पिता मोतीलाल, मोतीलाल के पिता थे शिवानंद, शिवानंद के पिता थे गुलाबचंद और गुलाबचंद के पिता थे बद्री. जिनके गांव की तलाश में वह बिहार आये हैं.

Last Updated : Oct 12, 2019, 8:35 PM IST

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