हैदराबाद : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिनों के लिए भारत यात्रा पर आ रहे हैं. उनकी यह यात्रा 24 -25 फरवरी को है. ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मिलानिया ट्रंप भी आ रही हैं. उनके जोरदार स्वागत की तैयारी की जा रही है. गत वर्ष सितंबर, 2019 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे. उस दौरान 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा भारतीय शामिल हुए थे.
राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे से पहले भारत उनका स्वागत करने के लिए तैयारी कर रहा है. स्वागत के लिए हाउडी मोदी कार्यक्रम की तर्ज पर ही 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का आयोजन अहमदाबाद में किया गया है. हालांकि, इस दौरान एक ऐसी खबर आई, जिसने सबका ध्यान इस ओर खींच लिया है. अहमदाबाद एयरपोर्ट से स्टेडियम के बीच जिस जगह पर मलिन बस्ती पड़ती है, वहां पर एक दीवार बनाई गई है. इसकी लंबाई 400 मीटर बताई गई है. क्या इसे सुरक्षा कारण से बनाया गया है, या कोई और वजह, इसकी जानकारी नहीं मिली है. 24 फरवरी को ट्रंप अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे और यहां से वह नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम स्थल पर जाएंगे.
आपको बता दें कि इस तरह के और भी कई उदाहरण मौजूद हैं, जब वहां पर किसी वीआईपी का आगमन हुआ और वह जिन इलाकों से होकर गुजरे हैं, वहां पर अस्थायी दीवार बनाई गई. हालांकि, इसके कारणों को लेकर हमेशा विवाद रहा है. कई कारणों में सुरक्षा सबसे अहम वजह बताई जाती है. ओलंपिक खेल के दौरान इस तरह के कृत्यों का सबसे अधिक उदाहरण मिलता है. पेश है कुछ उदाहरण.
2017 इंवाका ट्रंप का भारत दौरा
24 नवंबर, 2017 को डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका हैदराबाद के मधापुर स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (HICC) में आठवें वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन (GES) में भाग लेने के लिए भारत आई थीं.
उनके इस दौरे के दौरान तेलंगाना के अधिकारियों ने कथित तौर पर 'भिखारियों' को मुख्य शहर (हैदराबाद) से बाहर कर दिया था. कई भिखारियों को आश्रय गृह में रखा गया था. पुलिस ने 400 भिखारियों को हिरासत में लेकर चंचलगुडा जेल में पुनर्वास सुविधा केन्द्र में भेजा था.
2010 दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम
2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन दिल्ली में किया गया था. अक्षर धाम मंदिर के आसपास के इलाकों को ढंकने के लिए टेंट से घेर दिया गया था. उस इलाके में कई मलिन बस्तियां थीं. प्रशासन पर सड़क के किनारे रहने वाले कई भिखारियों को उनके कस्बे या गांव वापस भेज दिया गया था.
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2000 में बिल क्लिंटन का भारत दौरा
मार्च, 2000 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मेजबानी के लिए हैदराबाद की सड़कों से भिखारियों को हटा दिया गया था. फुटपाथ पर रहने वालों को ट्रकों में भरकर सौ किलोमीटर दूर ले जाकर छोड़ दिया गया था.
अमेरिका-
2008 में अमेरिकी शहर डेनवर में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन का आयोजन किया गया था. वहां डेमोक्रेट्स पहुंचे थे. आसपास के रहने वाले बेघर इस कन्वेंशन में कोई बाधा उत्पन्न ना करें, इसलिए उन्हें फिल्म का टिकट दे दिया गया.