नई दिल्ली : पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है. इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार ने विदेश से आने वाले लोगों का वीजा 15 अप्रैल तक के लिए निलंबित कर दिया है. महामारी से लड़ने के लिए भारत सरकार ने सभी राज्यों को महामारी अधिनयम, 1897 के आवश्यक प्रावधानों को लागू करने की सलाह दी है. इस बीच महाराष्ट्र व आंध्र प्रदेश सेएक-एक मामले की पुष्टि होने के बाद भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या 76 तक जा पहुंची है.
इसी क्रम में एहतियात के तौर पर शुक्रवार से अगले आदेश तक राष्ट्रपति भवन को भी आम जनता के लिए बंद करने का फैसला किया गया है. इसके अलावा राष्ट्रपति भवन संग्राहलय को भी बंद कर दिया गया है.
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने यात्रा परामर्श जारी करते हुए चीन, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, जापान, इटली, थाईलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा करने वाले लोगों से भारत आने के बाद स्वत: 14 दिन तक खुद को पृथक रखने को कहा है और उनके नियोक्ताओं से कहा है कि इस अवधि के दौरान उन्हें घर से काम करने की सुविधा दी जाए. एयर इंडिया ने इटली के रोम और मिलान और दक्षिण कोरिया के सियोल के लिए अपनी उड़ानों को अस्थाई तौर पर रद कर दिया है.
लद्दाख में तीन हुई संक्रमित मरीजों की संख्या
लद्दाख में कोरोनावायरस के एक और मामले की पुष्टि हुई है. इस तरह अब इस केन्द्रशासित प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या तीन हो गई है.
संदिग्ध की हो रही है जांच
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को कहा कि गोवा में हर प्रकार से चौकसी बरती जा रही है तथा हवाईअड्डे और अंतर-राज्यीय सीमाओं पर पाए जाने वाले सभी संदिग्ध मामलों की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया है.
कर्नाटक से सामने आया पांचवा मामला
कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमण का पांचवां मामला सामने आया है यूनान से लौटे 26 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाया गया
पुणे से आया नया मामला
पुणे में एक और व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो जाने के बाद अब शहर में इस रोग के सत्यापित मामलों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है.
विदेश मंत्री ने लोकसभा को किया संबोधित
कोरोना वायरस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सदन को संबोधित किया और स्थिति से अवगत कराया. उन्होंने महामारी को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में सदन को बताया.
ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भारत लेकर आने बारे में उन्होंने कहा कि तेहरान में भारतीय दूतावास इस दिशा में कार्य कर रहा है. ईरान में फंसे भारतीय लोगों का परीक्षण करने के लिए छह स्वास्थ्य कर्मियों को वहां भेजा गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग परीक्षण में संक्रमित नहीं पाए जाते हैं उन्हें भारत ले आया जाएगा. वहीं अन्य लोगों का वहीं पर इलाज किया जाएगा.
इटली को लेकर उन्होंने बाताया कि स्वास्थ्य कर्मीयों की एक टीम को वहां फंसे लोगों की जांच करने के लिए इटली भेजा जाएगा.
लखनऊ में एक मामले की पुष्टि
उत्तर प्रदेश की राजधानी से कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. कनाडा से लखनऊ आई महिला डॉक्टर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. इसकी पुष्टि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की जांच में हुई है. मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है.
संक्रमित मरीज टोरंटो से लंदन फिर मुंबई होते हुए आठ मार्च को लखनऊ पहुंची थी. लखनऊ एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनर से उसकी प्राथमिक जांच भी की गई थी, लेकिन उस समय लक्षण सामने नहीं आए थे. ऑब्जर्वेशन प्रक्रिया के दौरान मरीज के सैंपल को केजीएमयू में भेजा गया था, जहां पर उसकी रिपोर्ट सामने आने के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. मरीज के पति को भी आइसोलेशन वार्ड में ही निगरानी के लिए रखा गया है.
पर्यटन वीजा निलंबित
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार ने 15 अप्रैल तक पर्यटन वीजा निलंबित कर दिया है. यह निलंबन 13 मार्च से प्रभावी होगा. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई मंत्री समूह की बैठक में यह फैसला लिया गया.
सरकार के बयान में कहा गया, 'राजनयिक, आधिकारिक, संयुक्त राष्ट्र/ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, कामकाजी और प्रोजेक्ट वीजा के अलावा सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल, 2020 तक निलंबित किए जाते हैं. यह 13 मार्च, 2020 की जीएमटी समयानुसार दोपहर 12 बजे से सभी प्रस्थान बिन्दुओं पर प्रभावी होगा.
महाराष्ट्र में 11 संक्रमित
भारत में कोरोना वायरस का ताजा मामला महाराष्ट्र से सामने आया है, जिससे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है.
गलत सूचना फैलाने पर किया जाएगा दंडित
कर्नाटक सरकार ने एक अस्थायी नियमन जारी किया जिसमें कहा गया कि कोई भी व्यक्ति या संस्थान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की पूर्व अनुमति के बिना कोरोना वायरस पर गलत सूचना फैलाने के लिए प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उपयोग नहीं करेगा. यदि कोई व्यक्ति ऐसी किसी गतिविधि में लिप्त पाया गया तो उसे दंडित किया जाएगा.
नियमन के अनुसार सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को 'फ्लू कार्नर' बनाने को कहा गया जहां कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग की जाएगी.