नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 17 तक पहुंच गई है. वहीं नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के मामले बढ़ कर 724 हो गए हैं. बता दें कि देशभर में 67 लोगों को अस्पताल से छुट्टी भी मिल चुकी है. हालांकि मंत्रालय ने यह भी कहा कि पॉजिटिव मामलों की संख्या की वृद्धि दर भारत में 'तुलनात्मक रूप से स्थिर' है. इस वायरस के फैलने के बीच, केंद्र और राज्य सरकारों ने युद्ध स्तर पर कई कदम उठाए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 21 दिन के लिए राष्ट्रव्यापी संपूर्ण 'लॉकडाउन' की घोषणा की थी, जिसका आज तीसरा दिन है.
इस वायरस के कारण दुनियाभर में तीन अरब लोगों को घरों में बंद होना पड़ा है और इससे 22 हजार से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं. 199 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 4,65,915 मामले दर्ज किए गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत दूसरे चरण में है, क्योंकि अब भी इस बारे में बमुश्किल कोई सबूत है, जो यह कहता हो कि तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का सामुदायिक प्रसार हो रहा है. यह टिप्पणी व्याकुल नागरिकों को बहु प्रतीक्षित भरोसा और उम्मीद की किरण दिखा सकती है.
कोरोना वायरस से जुड़े हालात पर मीडिया को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, 'अभी तक यह कहने के लिए कोई ठोस साक्ष्य नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर पर हो रहा है.'
उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि यह वायरस मच्छरों के जरिए फैलता है.
आम जनता को आश्वासन देते हुए अग्रवाल ने कहा कि भारत कोरोना वायरस संक्रमण की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है.
अग्रवाल ने कहा, 'कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं लेकिन, लेकिन यह तुलनात्मक रूप से एक स्थिर रूझान प्रतीत होता है, या फिर इसकी वृद्धि की दर कुछ कम नजर आती है.'
उन्होंने कहा, 'हालांकि यह स्पष्ट रूझान स्थापित नहीं करता है. लेकिन हमें आशा है कि सामाजिक मेलजोल से दूर रहने की नीति अपना कर, संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आए लोगों का पता लगा कर और घर में पृथक किए गए सभी लोगों की निगरानी सुनिश्चित कर हम इस रोग का मुकाबला कर पाएंगे.'
कोरोना संकट पर जी-20
इस बीच, कोरोना वायरस संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 देशों के समूह से अनुरोध किया कि वैश्विक समृद्धि, सहयोग के लिए हमारे दृष्टिकोण के केन्द्र बिंदु में आर्थिक लक्ष्यों के स्थान पर मानव को रखा जाए.
वित्त मंत्रालय ने 1.70 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी 'लॉकडाउन' के बीच गरीबों, बुजुर्गों, स्वयं सहायता समूहों और निम्न आग वर्ग को राहत देते हुए 1.70 लाख करोड़ रुपये की 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' की घोषणा की.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित इस प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों को तीन महीने के लिए मुफ्त अनाज, दाल और रसोई गैस सिलेंडर तथा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद सहायता उपलब्ध कराना शामिल हैं. भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों के कल्याण के लिए केन्द्र सरकार के एक कानून के तहत कल्याण कोष बनाया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह घोषणा की है कि 17 राज्यों ने कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए समर्पित अस्पतालों की पहचान शुरू कर दी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में तीन, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल में एक-एक मौतें हुई हैं. जम्मू कश्मीर में भी एक मौत हुई है. हालांकि मंत्रालय की सूची में यह प्रदर्शित नहीं की गई है.
- कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले अब तक महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं, जहां 130 मामले सामने आए हैं जिनमें तीन विदेशी भी शामिल हैं.
- मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इसके बाद केरल का स्थान है, जहां यह संख्या बढ़ कर 137 पहुंच गई है. इसमें आठ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.
- तेलंगाना में यह संख्या 45 हो गई है, जिनमें 10 विदेशी शामिल हैं. वहीं, कर्नाटक में यह संख्या बढ़ कर 55 हो गई है. वहीं, गुजरात में यह संख्या बढ़ कर 43 हो गई है.
- राजस्थान में पॉजीटिव मामलों की संख्या 41 (दो विदेशी सहित), उत्तर प्रदेश में 41 (एक विदेशी सहित) जबकि दिल्ली में 36 (एक विदेशी सहित) हो गई है.
- पंजाब में अब तक 33 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि हरियाणा में अब 30 मामले सामने आए हैं जिनमें 14 विदेशी भी शामिल हैं.
- तमिलनाडु में अब तक 26 (छह विदेशी सहित), मध्य प्रदेश में 29 मामले, लद्दाख और जम्मू कश्मीर में 13-13, आंध्र प्रदेश में 12 मामले जबकि पश्चिम बंगाल में 10 मामले सामने आए हैं.
- चंडीगढ़ में सात मामले, बिहार, छत्तीसगढ़ में छह-छह मामले जबकि उत्तराखंड में अब तक पांच मामले सामने आए हैं. उत्तराखंड में पांच लोगों में एक विदेशी भी शामिल है.
- हिमाचल प्रदेश में तीन मामले, जबकि ओडिशा में अब तक दो मामले सामने आए हैं.
- गोवा में तीन मामले, पुडुचेरी, अंडमान निकोबार, मिजोरम और मणिपुर में एक-एक मामले अब तक सामने आए हैं.