नई दिल्ली : भारत पर भी खतरनाक कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है. भारत ने इससे लड़ने के लिए कमर कस ली है. आज कोरोना वायरस का एक ताजा मामला दिल्ली में सामने आया है. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या 31 हो गई है, जिसमें से तीन को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. महामारी को लेकर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह सलाह दी है कि बीमारी फैलने को रोके जाने तक सामूहिक समारोहों को टाल दिया जाए है या स्थगित कर दिया जाए.
उत्तर प्रदेश में इटली से आए सात लोगों को रोका गया
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में इटली से आए सात पर्यटकों को होटल में ही रोक दिया गया है. जिलाधिकारी के आदेश पर सभी पर्यटकों की चिकित्सीय जांच कराई गई. यह सभी पर्यटक होटल में ही रहेंगे. इन्हें नौ मार्च की शाम तक होटल में ही रखा जाएगा. यह लोग 25 फरवरी को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे, वहां से खजुराहो-चित्रकूट और प्रयागराज घूमते हुए पांच मार्च को मिर्जापुर कोर्णाक होटल पहुंचे. इन सात पर्यटकों में दो पुरुष और 5 महिलाएं हैं. सीएमओ का कहना है कि जांच में कोई लक्षण अभी नहीं मिला है. फिर भी एहतियातन इनको रोका गया है.
मथुरा, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, जयपुर और आगरा में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मथुरा-वृंदावन की संस्थाएं होली कार्यक्रम रद कर रही हैं.
आगरा में शहर के एक ही परिवार के छह सदस्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद खास एहतियात बरती जा रही है. इस बीच आगरा के मेयर नवीन जैन ने केंद्र सरकार से सभी स्मारकों को बंद करने की मांग की है. नगर निगम में प्रेस वार्ता कर मेयर नवीन जैन ने केंद्र सरकार से की मांग की है कि आगरा के वासी विदेश यात्रा पर न जाएं. वहीं इस परिवार के संपर्क में आने वाले अन्य 25 लोगों के नमूनों की जांच रिपोर्ट है. इनमें से कोई संक्रमित नहीं है. शहर के छह लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग विदेशों से आने वाले पर्यटकों को प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच के बाद ही ताजमहल में प्रवेश की अनुमति दे रहा है.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने गुरुवार को बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के संदेह में अभी तक राज्य में 175 लोगों के नमूने लिए गए थे. इनमें से 157 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
गृह सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पड़ोसी देशों से स्थल सीमाओं से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया की स्थिति की समीक्षा की है और उन्होंने अधिकारियों से प्रवेश बिंदुओं पर चौबीसों घंटे डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है.