नई दिल्ली : संसद में मचे हंगामे को लेकर पूर्व वित्त राज्य मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल ने कहा है कि सदन चलाने का काम अकेले सभापति का नहीं बल्कि विपक्ष का भी होता है, अगर विपक्ष सहयोग नहीं करेगा तो सदन नहीं चल सकेगी.
ईटीवी भारत से बातचीत में शुक्ला ने कहा कि हो सकता है सदन स्थगित करने से पहले सभापति ने कुछ सोचा हो, लेकिन सभी को धैर्य रखना चाहिए.
भाजपा नेता ने कहा कि सदन चलाने का काम अकेले सभापति का नहीं अपितु विपक्ष का भी होता है. उन्हीं के सहयोग से सदन चलती है, अगर वे सहयोग नहीं करेंगे तो सदन चलने में दिक्कत आएगी.
जेएनयू मामले पर शिव प्रताप ने कहा कि छात्रों को जेएनयू प्रशासन के साथ बैठकर वार्ता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आंदोलन छोटी-मोटी चीजों पर नहीं होना चाहिए.