अयोध्या :राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र रौनाही इलाके के धन्नीपुर गांव में मस्जिद का निर्माण किया जाएगा. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के तत्वावधान में बनने वाली मस्जिद के निर्माण में ट्रस्ट ने पहला कदम बढ़ा दिया है.
गणतंत्र दिवस पर ट्रस्ट के 6 सदस्यों ने पौधे लगाकर सांकेतिक रूप से मस्जिद निर्माण का काम शुरू करा दिया. इस मौके पर ट्रस्ट के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने ईटीवी भारत से कहा कि कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के भीतर मस्जिद, कम्युनिटी सेंटर और अस्पताल का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा.
30 महीने में बनकर तैयार होगा मस्जिद 15 दिन में आ जाएगी मिट्टी की जांच रिपोर्ट
मस्जिद निर्माण वाली जगह पर इस परियोजना के प्रथम चरण में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में इंडो गल्फ इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अध्यक्ष जफर फारूकी ने झंडारोहण किया और उसके बाद निर्माण परिसर में ही 9 पौधे रोपित किए.
मीडिया से बात करते हुए जफर फारूकी ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्होंने एक अच्छे कार्य की शुरुआत की है. इस स्थान पर एक मस्जिद के अलावा कम्युनिटी सेंटर, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और आधुनिक सुविधाओं से युक्त 1000 लोगों को प्रतिदिन नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक किचन का निर्माण कराया जाएगा.
निर्माण कार्य शुरू कराने से पूर्व जमीन के नीचे से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं, जिनकी लैब में जांच के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. रिपोर्ट आने में लगभग 15 दिन का समय लग सकता है. जैसे ही रिपोर्ट आ जाएगी, मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू होगा.
जफर फारूकी ने बताया कि मस्जिद के अलवा इस जगह पर फैजाबाद के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह के नाम पर एक लाइब्रेरी और पब्लिकेशन हाउस बनाने की योजना पर चर्चा की जा रही है.
30 महीने के अंदर निर्माण पूरा कराने का टास्क
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कार्यदाई संस्था को 39 महीने का समय दिया है. हालांकि, अभी बुनियाद की डिजाइन का फाइनल नक्शा नहीं मिलने के कारण मंदिर निर्माण का कार्य नियमित रूप से नहीं शुरू हो पाया है, लेकिन धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद को लेकर ट्रस्ट पूरी तरह से संतुष्ट है.
ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि आवश्यक कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के अंदर ही सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे. उनका कहना था कि निर्माण के लिए जैसे ही सरकारी विभागों से अनापत्ति पत्र प्राप्त हो जाएंगे, निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
मस्जिद निर्माण के लिए नहीं मांगा जाएगा चंदा
ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए कोई आर्थिक सहयोग अभियान नहीं चलाया जाएगा. मस्जिद निर्माण को लेकर डोर टू डोर किसी तरह का चंदा नहीं लिया जाएगा, बल्कि जिसे भी अपना सहयोग देना है वह स्वेच्छा से अपना सहयोग दे सकता है.
उन्होंने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए सहयोगी बैंक से बातचीत की गई है. पूरे भारत में उस बैंक की सभी शाखाओं में लोग मस्जिद निर्माण के लिए अपना आर्थिक सहयोग दे सकते हैं. दूसरी तरफ मस्जिद निर्माण में अवध यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आरके सिंह और उनकी पत्नी ने 22 हजार रुपये का चंदा दिया है. इसके अलावा आरएसएस नेता व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अयोध्या के अध्यक्ष अनिल सिंह ने भी 21 हजार रुपये का चंदा दिया है.
मस्जिद परिसर में अस्पताल का होगा निर्माण
ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद सिर्फ इलाके के लोगों के लिए इबादत की जगह नहीं होगी, बल्कि सर्वधर्म समभाव का प्रतीक होगी. मस्जिद परिसर में सभी धर्मों के लोगों के लिए अस्पताल बनाया जाएगा. ग्रामीण इलाका होने के कारण मेडिकल की सुविधाएं बहुत बेहतर नहीं है. इस स्थान पर बनने वाला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल इलाके के लोगों की जरूरत को पूरा करेगा.
ट्रस्ट के सचिव व अतहर हुसैन ने बताया कि इस पूरी योजना में मस्जिद के निर्माण के अलावा एक म्यूजियम का निर्माण भी किया जाएगा. इसके अलावा कल्चरल सेंटर और रिसर्च सेंटर भी होगा.