गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथरस (उत्तर प्रदेश) में कथित बलात्कार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
हाथरस केस में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस का 'सत्याग्रह' - बेशर्मी और अमानवीयता
13:18 October 05
गुजरात में प्रदर्शन
13:17 October 05
मुंबई में प्रदर्शन
मुंबई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित सामूहिक बलात्कार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
06:19 October 05
लाइव-
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस मामले को लेकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इसके एक दिन बाद ही पार्टी ने घोषणा की है कि न्याय की मांग को लेकर देशभर में राज्यों के जिला मुख्यालयों पर आज सत्याग्रह किया जा रहा है. इस कड़ी में गुजरात और महाराष्ट्र में प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव, संगठन, के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, 'प्रदेश कांग्रेस समितियां पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग को लेकर और उत्तर प्रदेश सरकार की क्रूर और मनमानी कार्रवाई के खिलाफ महात्मा गांधी/आंबेडकर प्रतिमाओं पर मौन सत्याग्रह करेगी.'
उन्होंने बताया कि 'सत्याग्रह' में वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और आम कार्यकर्ता शामिल होंगे.
वेणुगोपाल ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या ने देश की अंतरात्मा को हिलाकर रख दिया है.'
उन्होंने आरोप लगाया कि 19 वर्षीय लड़की को जीवन और मृत्यु दोनों में न्याय और गरिमा से वंचित कर दिया गया, क्योंकि उसके शव का रात के समय परिवार की सहमति के बिना अंतिम संस्कार कर दिया गया.
उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा दिखाई गई बेशर्मी और अमानवीयता ने पीड़िता की गरिमा को ठेस पहुंचाई.'
कांग्रेस नेता ने एक अक्टूबर को उत्तर प्रदेश सरकार की उस कार्रवाई की निंदा की, जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अन्य नेताओं के साथ पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जाने का प्रयास कर रहे थे और प्रतिनिधिमंडल को उत्तर प्रदेश सीमा पर रोक दिया गया.
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उन्होंने एक बयान में कहा, 'पुलिस ने राहुल गांधी को सबसे अमानवीय तरीके से गिरफ्तार किया और श्री राहुल गांधी, प्रियंका जी और अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया. नेताओं को न केवल जबरन रोका गया बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई.'