नई दिल्ली : कांग्रेस ने पाकिस्तान के ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. इस बाबत उन्होंने कहा कि इमरान खान की सरकार को इस पवित्र स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. राहुल गांधी ने भी इस घटना पर कड़ी निंदा जाहिर की है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, परस्पर सम्मान और प्रेम की बदौलत ही धर्मान्धता के जहर को खत्म किया जा सकता है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'ननकाना साहिब पर हमला निंदनीय है और इसकी खुल कर भर्त्सना करनी चाहिए.'
गांधी ने कहा, 'धर्मान्धता खतरनाक है और यह बहुत पुराना जहर है जिसकी कोई सीमा नहीं होती. '
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों एवं धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है. इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार जिम्मेदार है. इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे.'
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इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. उन्होंने कहा, 'इस पूरे मामले की हम इस वक्त अल्फाज में निंदा करते हैं. पाकिस्तान की सरकार को उन सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए, जो इस पूरे मामले में शामिल थे और और ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे इस प्रकार का कोई भी मामला आगे कभी दोहराया ना जा सके. इसी के साथ हमारी सरकार को पाकिस्तान हाई कमीशन के किसी जिम्मेदार व्यक्ति को बुलाकर इसके खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए.'
राशिद अल्वी (कांग्रेस नेता) घटना से जुड़े वीडियो में एक कट्टरपंथी सिखों को ननकाना साहिब से भगाने और पवित्र शहर का नाम बदलकर गुलाम-ए-मुस्तफा करने की धमकी देते हुए दिखाई दे रहा है. हालांकि इस पूरी घटना के बाद पाकिस्तान सरकार ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि ननकाना साहिब सिख धर्म के लोगों के लिए बेहद पवित्र स्थल है और वह बिल्कुल सुरक्षित है, वहां कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने पाकिस्तान की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इस घटना पर सख्त कार्यवाही की मांग की. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए यह बयान दिया था कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के ऊपर होने वाले हमलों को लेकर भी आवाज उठाने की जरूरत है. जवाब देते हुए अल्वी ने कहा, 'हमारे देश के अल्पसंख्यकों की जब बात आती है तो हमारे प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोलते. उन्हें समझने की जरूरत है कि हमारे देश के अल्पसंख्यक ओ की जिम्मेदारी उनके ऊपर है और कांग्रेस हमेशा से ही पाकिस्तान के खिलाफ बोलती आई है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री उस पर सिर्फ राजनीति करते हैं.'
गौरतलब है कि पाकिस्तान में कुछ लोगों ने यहां गुरद्वारा जन्मस्थान ननकाना साहिब के बाहर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन सिख किशोरी से शादी करने वाले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार की अगुआई में कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों की गिरफ्तारी के विरोध में किया.
खबरों के अनुसार भीड़ ने गुरद्वारे पर धावा बोल दिया और सिख श्रद्धालुओं पर पथराव किया. भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की है. हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन खबरों को झूठा बताया है.