नई दिल्ली : कांग्रेस ने राज्यों को 12 हजार करोड़ रुपये के ब्याजमुक्त कर्ज देने समेत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणाओं को 'ऊंट के मुंह में जीरा' बताया है. कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि अब सरकार को ठोस आर्थिक नीति बनाने, जीएसटी को तर्कसंगत करने और उपभोक्ताओं के हाथ में सीधे पैसे देने का कदम उठाना चाहिए. जिससे देश भयंकर मंदी से बाहर निकल सके.
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता ने सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को राज्यों को नए निवेश के लिए पैसे देने चाहिए और उनसे कर्ज लेने के लिए कहने के बजाय खुद कर्ज लेना चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से बाचतीत में सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने जो घोषणाएं की हैं उनके बारे में मैं यह कहूंगा कि आज निर्मला सीतारमण तीन योजनाएं- 'अपने पैसे, खर्च करो ऐसे', 'तेरा पैसा, तुझको अर्पण' और 'ऊंट के मुंह में जीरा' लेकर आई है.
पहले क्यों नहीं आया मोदी सरकार को आत्मज्ञान
वल्लभ ने कहा कि बाजार में मांग बढ़ाने का आत्मज्ञान सरकार को महीनों बाद क्यों आया है और यह भी पर्याप्त नहीं है. हम कई महीनों से कह रहे हैं कि मांग बढ़ाने और अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए लोगों के हाथ में सीधे पैसे दीजिए. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस पर प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा था, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ के मुताबिक वित्त मंत्री ने कहा कि खर्च बढ़ाने के लिए राज्यों को 12 हजार करोड़ रुपये दिये जाएंगे, जबकि राज्यों का कुल बजट लाखों करोड़ों का है. ऐसे में इस 12 हजार करोड़ रुपये को ऊंट के मुंह में जीरा ही कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि ठोस आर्थिक नीतियां बनाइए, मांग बढ़ाइए और जीएसटी तर्कसंगत बनाइए. जनता को मूर्ख बनाने का काम मत करिए, ताकि हम भयंकर मंदी और भयंकर बेरोजगारी से बाहर आ सकें.