नई दिल्ली :कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को महिला और दलित उत्पीड़न विरोधी दिवस मनाया, जिसमें दलितों के खिलाफ लगातार अत्याचार और महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान विशेष रूप से हाथरस की घटना को उजागर किया.
इस क्रम में दिल्ली में महिला प्रदेश कांग्रेस, भारतीय युवा कांग्रेस और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) ने जंतर-मंतर पर एक विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें श्रीनिवास बीवी, अनिल चौधरी, नीरज कुंदन, अमृता धवन, उदित राज, सीपी मित्तल और कई अन्य लोगों ने भाग लिया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए अमृता धवन ने कहा हमारे देश में स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि महिलाओं और दलितों पर अत्याचार दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं.
ईटीवी भारत से बात करतीं अमृता धवन. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां और मंशा सवालों के घेरे में है. हम बस इतना चाहते हैं कि वे जिस तरह का शासन कर रहे हैं, उससे तमाम संस्थाएं दबाव में हैं और महिला मुद्दों को दरकिनार किया जा रहा है. इन घटनाओं को रोका जाना चाहिए.
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा इस दलित और महिला विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.
उन्होंने कहा कि आज विशेष रूप से भाजपा शासित राज्यों में, दलित उत्पीड़न और महिलाओं पर अत्याचार दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं, भाजपा सरकारें इसे रोकने में पूरी तरह से विफल रही हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में कहीं भी महिलाओं और दलितों पर अत्याचार हुआ है, कांग्रेस ने अपनी आवाज उठाई है और हाल ही में हाथरस की बेटी के न्याय के लिए एक मजबूत लड़ाई लड़ी थी.
पढ़ें - राष्ट्रीय आपदा है रोजगार की कमी, सरकार कर रही है खोखले वादे: राहुल
वहीं इस अवसर पर IYC के मीडिया प्रभारी राहुल राव ने महिला उत्पीड़न से संबंधित मुद्दों को नहीं उठाने के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक पत्रकार के मुद्दे को, तो उठा सकती है, जो आत्महत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, लेकिन वे कभी भी दलितों या महिलाओं पर हुए अत्याचार के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलती.
गौरतलब है कि कांग्रेस बार-बार भाजपा की केंद्र सरकार के साथ-साथ अब भाजपा शासित राज्य सरकारों को भी निशाने पर ले रही है. विपक्षी दल ने हाथरस की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल इस्तीफे की मांग की थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि वह राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने में विफल रहे हैं.