नई दिल्ली : मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार बेहद मुश्किल में है क्योंकि उसके एक कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी. इससे पूर्व एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक सिंधिया ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. आज की मुलाकात के बाद सिंधिया ने भाजपा को अपना समर्थन दे दिया. प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम काफी तेजी से बदल रहा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस को इस्तीफा दिया. दूसरी तरफ कमलनाथ इन सारे मसलों के लेकर आपात बैठक बुलाई है.
भाजपा सूत्रों ने बताया है कि सिंधिया भोपाल में भाजपा की बैठक में भी शामिल हो सकते हैं. सरकार और पार्टी में उनकी और उनके समर्थक विधायकों की क्या भूमिका होगी, यह तय कर लिया गया है.
सूत्रों ने बताया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में शामिल भी किया जा सकता है. भाजपा इस बात को लेकर आश्वस्त है कि अगले दो-तीन दोनों में कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी.
माना जा रहा है कि कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भेज सकते हैं. ऐसे विधायकों की संख्या 20 हो सकती है. यानी अगर ऐसा होता है तो कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और इसके बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजे जाने के साथ ही उनके कुछ समर्थक विधायकों को मंत्री पद भी दिया जा सकता है.