नई दिल्ली :कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर वर्तमान स्थिति के बारे में चर्चा करने के लिए और संसद के मानसून सत्र में भाग लेने की मांग की. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने बयान दिया था कि चीनी सेना द्वारा भारतीय क्षेत्र पर कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है. उनके इस बयान ने भारत की स्थिति को कमजोर किया है. प्रधानमंत्री को संसद में जवाब देना चाहिए.
'चीन पर चर्चा की जरूरी'
संसद में रविवार को एक आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद में चर्चा के लिए जगह है. यह कहना हास्यास्पद है कि चीन पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए. हमें चीन पर चर्चा की आवश्यकता है. हमारे हिसाब से बड़ी क्षति प्रधानमंत्री के स्वयं के बयान से हुई है. वह एक बयान के रूप में एक स्पष्टीकरण देते हैं. भारत के मामले को कमजोर किया और एलएसी पर यथास्थिति बहाल नहीं की.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन ने भी बैठक में शिरकत की. जोशी ने कहा कि सरकार उन सभी मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए तैयार है जिसका फैसला बीएसी में होगा. उन्होंने कहा कि सौहाद्रपूर्ण माहौल में बैठक हुई और सदन के नेता संसद सत्र के लिए एजेंडा पर विचार-विमर्श करने के वास्ते मंगलवार को फिर से बैठक करेंगे.
क्या सरकार एलएसी पर भारत - चीन के बीच गतिरोध के संबंध में चर्चा कराने के लिए तैयार है, यह पूछे जाने पर जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के रणनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए इसका फैसला किया जाएगा.