नई दिल्ली : कांग्रेस ने शनिवार को क्रेडिट सुइस रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पांच वर्षों में पूंजीपतियों के लगभग 8 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए हैं, लेकिन इसका कोई रिकार्ड नहीं है.
कांग्रेस ने मोदी सरकार से यह भी सवाल किया कि वह कि वह किसानों का ऋण में राहत क्यों नहीं दे सकी. कांग्रेस ने यह भी मांग की कि जिनका कर्ज माफ हुआ है, उनका नाम सार्वजनिक किया जाए ओर लोन माफी प्रक्रिया की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित की जाए
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'सरकार कह रही है कि एनपीए 11.7 प्रतिशत से घटकर 9.2 प्रतिशत हो गया है, जिसके बाद अर्थव्यवस्था में सुधार होना चाहिए, लेकिन सच्चाई यह है कि बैंक बड़े पूंजीपतियों से पैसा वसूल नहीं पा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पूंजीपतियों का लगभग 8 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए हैं और इसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार आर्थिक मुद्दे को उठा रही है. लगातार आर्थिक मुद्दों को उठाने पीछे का मकसद सरकार की नींद हराम करना है, जो खस्ताहाल बैंकिग व्यवस्था को अस्वीकार नहीं करती है.
सुप्रीया ने कहा कि जब भी आप भाजपा सरकार से बैंकिग अर्थव्यवस्था पर प्रश्न किया जाता है तो उनका सिर्फ एक ही जवाब होता है कि यह पिछली सरकार का दोष था. अगर सब पिछली सरकार ने किया तो छह साल से भाजपा ने बैंकिग सुधार के लिए क्या किया.