नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अब तक की अपनी सबसे शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है. इस क्रम में पार्टी ने चुनावी इतिहास में अपना सबसे कम वोट प्रतिशत दर्ज किया और मैदान में उतरे उसके 66 प्रत्याशियों में एक भी जमानत तक नहीं बचा सका. इस बीच पार्टी के भीतर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की जुबानी जंग तेज हो गई है.
दिल्ली महिला कांग्रेस की प्रमुख शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के ट्विटर संदेश पर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत पर खुशी जताने वाले चिदंबरम के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी ने बीजेपी को हराने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों को यह काम आउटसोर्स किया है क्या, यदि हां तो हमें (पीसीसी) दुकान बंद कर देना चाहिए!
ऐसे बयानों पर कड़ाई से जवाब देते हुए मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी नेताओं को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि हमारी पार्टी ब्लेम गेम को खारिज करती है. बेहतर यह होता कि अगर दिल्ली के नेताओं ने अपनी भूमिका, जिम्मेदारी और पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का आत्मनिरीक्षण किया होता, तो चीजें अपने आप सुलझ जातीं.'
इसे भी पढे़ं-बीजेपी की चुनौती- केजरीवाल पांच साल में 'दिल्ली को लंदन' बनाकर दिखाएं
सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली में शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान एक सुनहरा दौर था, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस के लिए सराहनीय काम किया था. दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार पर बोलते हुए सुरजेवाला ने यह भी कहा, 'पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के पास वापस जाएगी और दिल्ली में कांग्रेस के नेतृत्व को फिर से तैयार करने के लिए उनकी चिंताओं को सुनेगी.'