नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए एलजी आवास पर बैठक बुलाई गई थी. जिसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन भी शामिल हुए थे. बैठक के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि अभी तक दिल्ली में किसी तरह का कम्युनिटी स्प्रेड नहीं है.साथ ही मनीष सिसोदिया ने ये भी बताया कि अगर इसी तरह केस बढ़ते रहे तो दिल्ली में 31 जुलाई तक पांच लाख से अधिक कोरोना केस हो जाएंगे.इसपर भाजपा समर्थित कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन ने दुकानदारों के बीच ऑनलाइन सर्वे की शुरुआत की है. सर्वे में पूछा गया है कि मनीष सिसोदिया के मुताबिक यदि मरीजों की संख्या इतनी बढ़ सकती है. तो ऐसे में दुकानें खुलने चाहिए क्या दुकानदार सुरक्षित होंगे.
बता दें कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने एक सर्वे की शुरुआत की है. जिसमें व्यापारियों से पूछा जा रहा है कि अगर 31 जुलाई तक कोरोना संक्रमितों की संख्या पांच लाख हो जाती है तो दिल्ली की दुकानें खुलीना चाहिए या नही .
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कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सर्वे में बताया कि दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है जुलाई तक दिल्ली में 5 लाख सेअधिक कोरोना के केस हो जाएंगे. डर के कारण दिल्ली के व्यापारी फिलहाल कुछ दिनों के लिए अपनी दुकानों को बंद कर दे.सर्वे की राय शुक्रवार शाम तक आ जाएगी और उस राय के आने के बाद उस आधार पर एसोसिएशन शनिवार को दिल्ली के सभी व्यापारिक संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए यह चर्चा की जाएगी कि बाजार बंद किए जाएं या फिर बाजारों में कुछ और सुविधाएं या नियम बनाए जाए.दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के मुताबिक अगर कोरोना के मामले 5 लाख से अधिक हो जाते है.तो ऐसे में दुकानों को खोलना व्यापारियों के लिए काफी मुश्किल होगा .अब देखना यह है कि व्यापारियों के सर्वे में क्या बात निकल कर आती है