नई दिल्ली :कोरोना के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में अच्छी चर्चा हुई, सभी के अच्छे सुझाव आए, उसपर अमल करेंगे. सभी से हमने यही बात कही कि यह कठिन समय है, यह राजनीति करने का समय नहीं है. हमें थोड़े दिन के लिए राजनीति को और बयानबाजी को साइड कर देना चाहिए.
'पानी में खड़े होकर पूजा खतरनाक'
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ी हमें इसलिए याद रखेगी कि जब दिल्ली कठिन समय से गुजर रही थी, तब हमने कैसे सेवा की, इसलिए याद नहीं रखेगी कि कैसे रजनीति की. उन्होंने बताया कि सभी दलों के प्रतिनिधियों ने इसपर सहमति व्यक्त की. छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर पाबंदी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब छठ पूजा कर रहे हैं, इसकी बड़ी मान्यता है, लेकिन पानी में सामुहिक रूप से खड़ा होना खतरनाक हो सकता है.
'घर में ही मनाएं छठ पूजा'
दिल्ली वालों को संबोधित करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि आप मुझे बेटा मानते हैं, मैं चाहता हूं कि मेरे दो करोड़ परिवार के लोग मिलकर छठ पूजा मनाएं, लेकिन सोचिए कि 200 लोग वाले तालाब में अगर एक आदमी को भी कोरोना हुआ और उससे सभी को कोरोना हो जाएगा, तो फिर क्या होगा. उन्होंने एक्सपर्ट्स के हवाले से कहा कि यह तय है कि ऐसा हुआ तो बड़े स्तर पर कोरोना फैलेगा. मुख्यमंत्री ने इस दौरान गुजरात, मुंबई, पंचकूला आदि का भी जिक्र किया और कहा कि छठ पूजा मनाने की मनाही नहीं है, लेकिन घर में ही मनाएं.
'कम हो रहे नॉन कोविड आईसीयू'
दिल्ली में कोरोना बेड्स की उपलब्धता को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी दिल्ली में 7461 बेड्स उपलब्ध हैं और लगभग 446 आईसीयू बेड्स हैं. उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते 33 अस्पतालों के 80 फीसदी आईसीयू बेड्स कोरोना के लिए रिजर्व करने का आदेश कोर्ट ने दे दिया था. आज से इसे लागू किया जा रहा है, इससे करीब 400 आईसीयू बेड्स बढ़ जाएंगे. इसके अलावा, नॉन कोविड आईसीयू की संख्या 50 फीसदी थी, जिसे अब कम किया जा रहा है.
'उपलब्ध होंगे कुल 1413 कोरोना बेड्स'
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार ने कल ही 663 बेड्स बढ़ाने का आदेश दे दिया है, वहीं केंद्र ने 750 आईसीयू बेड्स देने का आश्वासन दिया है. इन दोनों को मिलाकर 1413 आईसीयू बेड्स उपलब्ध हो जाएंगे. इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण फैसले के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब दिल्ली में नॉन क्रिटिकल प्लांड सर्जरी जैसे टॉन्सिल आदि की सर्जरी कुछ दिन के लिए स्थगित रहेगी. कोरोना के इलाज की व्यवस्था को लेकर सीएम केजरीवाल ने डॉक्टर्स की पीठ थपथपाई.
'दिल्ली की ठीक स्थिति का श्रेय डॉक्टर्स को'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉक्टर्स और नर्सेज ने जिस तरह दिल्ली में कोरोना का मैनेजमेंट किया है, ऐसा दुनिया के किसी अन्य देशों और शहरों में नहीं देखा गया. न्यूयॉर्क की पीक का उदाहरण देते हुए सीएम ने कहा कि 6 अप्रैल को वहां 6653 केस आए थे और 575 लोगों की मौत हुई थी. बाद में ऐसी ही तस्वीरें फ्रांस और इटली से आईं और वहां मरीज अस्पतालों के बाहर कॉरिडोर के बाहर पड़े मिले, लेकिन दिल्ली में एक दिन में साढ़े 8 हजार केस पहुंचने के बावजूद स्थिति ठीक है.
'थपथपाइए डॉक्टर्स-नर्सेज की पीठ'
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी दिल्ली में साढ़े 7 हजार बेड्स उपलब्ध हैं और इस पूरी व्यवस्था का श्रेय हमारे मेडिकल डायरेक्टर, डॉक्टर्स और नर्सेज को जाता है. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों से अपील की कि आपको जहां भी कोरोना की ड्यूटी वाले डॉक्टर, नर्स दिखे, उनकी पीठ थपथपाइए. मुख्यमंत्री ने एक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी कि अब दिल्ली में बिना मास्क वालों पर 2000 रुपये का जुर्माना किया जाएगा. उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल से मीटिंग में इसका फैसला हुआ.
'मास्क का वितरण सबसे बड़ा पुण्य'
बता दें कि अभी तक दिल्ली में बिना मास्क वालों पर 500 रुपये का चालान लगता था, लेकिन अब चालान की राशि बढ़ाकर 2000 रुपये की जा रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह भी बताया कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने-अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से मास्क को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाएं, साथ ही अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों में मास्क वितरित भी कराएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में मास्क का वितरण ही सबसे बड़ा पुण्य है.