अमरावती : आंध्र प्रदेश सरकार के तीन राजधानियों के प्रस्ताव पर शुक्रवार को हिंसक रुप ले लिया. दरअसल स्थानीय महिलाओं को पुलिस ने मंदिर जाने से रोक दिया. इसके बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गई.
दरअसल आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती को स्थानांतरित करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है. वहीं किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया है. भाजपा समेत विपक्षी दलों ने गुरुवार को मछलीपट्टनम में प्रदर्शन कर वाईएसआर कांग्रेस सरकार से अनुरोध किया कि वह अपनी इस योजना को छोड़ दे.
किसान और आम लोगों ने मन की बात की फोन लाइन पर डायल कर अपना संदेश रिकॉर्ड करवाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वह राज्य की राजधानी को अमरावती से विशाखापट्टनम स्थानांतरित करने से रोकें.
उन्होंने याद किया कि मोदी ने अमरावती को बनाने के लिये आधारशिला रखी थी और केंद्र अब तक इस उद्देश्य के लिये 2,500 करोड़ रुपये का अनुदान दे चुकी है. जिन किसानों ने अमरावती को प्रदेश की राजधानी के तौर पर विकसित करने के लिए अपनी जमीन दी थी वो पिछले 20 दिनों से विरोध पर हैं. ये किसान राजधानी को दूसरी जगह स्थानांतरित करने का विरोध कर रहे हैं.
तटीय शहर मछलीपट्टनम में पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया मांग की कि सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस प्रदेश की राजधानी को स्थानांतरित करने के कदम को वापस ले ले.
भाकपा के प्रदेश सचिव के रामकृष्णा और अन्य नेता अमरावती परिरक्षण समिति के झंडे तले तेलगुदेशम पार्टी अध्यक्ष के साथ थे.