चेन्नई : मनाली में सिटी के पोर्ट वेयरहाउस में 740 टन अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण ने सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, क्योंकि यह अब एक टिक बम की तरह लग रहा है. संग्रहित रसायन वही है, जिसने कथित तौर पर बेरुत में बड़े पैमाने पर विस्फोट किया था. मंगलवार को हुए इस विस्पोट में हजारों घायल हो गए थे, जबकि 135 लोग मारे गए थे.
2015 में करूर स्थित रसायन फर्म द्वारा आयात किए गए रसायन को सीमा शुल्क अधिकारियों ने आवश्यक मंजूरी न लेने के चलते जब्त कर लिया था, जिसके बाद अमोनियम नाइट्रेट से लदे सभी 37 कंटेनरों को उत्तरी चेन्नई के बाहरी इलाके मनाली में सीमा शुल्क के फ्रेट टर्मिनल में संग्रहित कर दिया गया.
बेरूत विस्फोट के तुरंत बाद राज्य में सीमा शुल्क अधिकारियों के शीर्ष अधिकारियों ने राज्य में अपने बंदरगाहों में अमोनियम नाइट्रेट स्टॉक की गणना करने के लिए चेतावनी दी है.
शहर में रखे स्टॉक के लिए एक सहायक आयुक्त रैंक के अधिकारी को भंडारण और सुरक्षा उपायों की जांच के लिए तैनात किया गया है.
इस मामले में सीमा शुल्क के सूत्रों ने कहा कि स्टॉक रखने वाला माल स्टेशन एक गैर-आवासीय क्षेत्र है और रसायन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भंडारण में सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया है.
अधिकारी ने कहा,'मद्रास उच्च न्यायालय में एक कानूनी लड़ाई के बाद, सीमा शुल्क को जब्त किए गए रसायन की ई-नीलामी करने के लिए अदालत के निर्देश मिले थे. इस रसायन की ई नीलामी प्रक्रिया चल रही है.
क्या है अमोनियम नाइट्रेट ?