बीजिंग : भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव को लेकर शनिवार को सैन्य वार्ता हुई. वार्ता में दोनों देशों ने शांतिपर्ण तरीके से समाधान निकालने पर सहमति जताई है. लेकिन दूसरी तरफ चीन सेना का युद्धाभ्यास भी करा रहा है. इससे ड्रैगन का दोहरा चरित्र सामने आया है.
ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मध्य चीन के हुबेई प्रांत की सीमा के बीच ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास का आयोजन किया.
सैनिकों और साजो सामान को देश के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित हुबेई प्रांत से मूव किया गया. इससे चीन संदेश देना चाहता है कि वह लद्दाख जैसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र के लिए तैयारी कर रहा है.
चीन की सरकारी मीडिया इस युद्धाभ्यास की तस्वीरें और वीडियो जारी करके प्रोपेगेंडा फैला रही है और सेना की शक्ति का प्रदर्शन कर रही है.