नई दिल्ली :चीन की युद्ध रणनीति में, मास्टर सैन्य रणनीतिकार सन त्जु (Sun Tzu) का प्रमुख स्थान है. अपने सिद्धांतों के पालन में, चीनी सेना (पीएलए) ने भारत के खिलाफ एक मनोवैज्ञानिक युद्ध को जीत लिया है, जो भारत की सेना के मनोबल को गिराने के लिए चीनी सैन्य क्षमताओं को उजागर करने और डींग मारने पर केंद्रित है.
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अप्रैल-मई से चल रहा गतिरोध खिंचता चला जा रहा है. कठोर सर्दी होने के बावजूद दोनों देशों की सेनाओं के बीच सुलह के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं.
इन सबके बीच दोनों सेनाओं को जो बात परेशान कर रही है वह है- रसद और बुनियादी ढांचा, क्योंकि बर्फबारी के कारण रास्ते बंद होने से रसद की आपूर्ति काफी चुनौतीपूर्ण होगी.
अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर तैनात सैनिकों के लिए गर्म भोजन ले जाने वाले ड्रोन से लेकर सैन्य शस्त्रागार के लिए उच्च तकनीक कपड़े पहुंचाए जा रहे हैं.
चीनी सेना ने गुरुवार को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई अग्रिम मोर्चों पर तैयार किए गए अपने फैब्रिक थर्मल शेल्टर्स का प्रदर्शन किया.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपनी वेबसाइट पर एक तस्वीर छापी है, जिसमें पीएलए सैनिकों के लिए तैयार किए गए थर्मल शेल्टर को दिखाया गया है. यह शेल्टर्स चीनी सैनिकों को ठंड से बचाएंगे.
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, थर्मल शेल्टर्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उन्हें सैनिकों की संख्या के अनुसार बढ़ाया और कम किया जा सकता है. इसमें सोने के कक्ष, कैंटीन, वॉशिंग रूम, शौचालय, गोदाम, माइक्रोग्रिड और हीटिंग उपकरण शामिल हैं, जो माइनस 55 डिग्री सेल्सियस से भी कम तापमान और 5,500 मीटर की ऊंचाई पर ठीक से काम कर सकते हैं.