जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर की एक ऐसी तस्वीर 'ईटीवी भारत' आपके लिए लेकर आया है, जो इस इलाके को लेकर आपके मन में बसी छवि बदल देगी. कोरोना संक्रमण की वजह से प्रदेश में 23 मार्च से स्कूल बंद हैं. छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से ऑनलाइन क्लासेज और शिक्षा पोर्टल की शुरुआत की गई है.
नक्सल प्रभावित, आदिवासी क्षेत्र और पिछड़े इलाके के गांवों में इंटरनेट और नेटवर्क की समस्या से छात्र परेशान हैं. इसका तोड़ निकाला है बस्तर की भाटपाल पंचायत ने. यहां लाउडस्पीकर के जरिए पढ़ाई कराई जा रही है. आस-पास की पंचायतें भी अपने यहां इस सुविधा की मांग कर रही हैं.
भाटपाल पंचायत के ग्रामीणों ने ये अनोखी पहल की है. पंचायत के सरपंच और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की मदद से गांव की 7 जगहों पर लाउडस्पीकर लगाए हैं. इन लाउडस्पीकरों की मदद से पूरे गांव के बच्चे पढ़ाई करते हैं. लाउडस्पीकर पर अपने शिक्षक की आवाज सुनते ही गांव के बच्चे घरों से निकल पड़ते हैं. बच्चे कॉपी-किताब लेकर पढ़ने वाली जगह पहुंच जाते हैं. कोरोना काल में वे सामाजिक दूरी और साफ-सफाई का भी पूरा ख्याल रख रहे हैं.
सामान्य ज्ञान से हो रहा बच्चों का मानसिक विकास
बच्चों की पढ़ाई के प्रति रुचि को देखते हुए स्थानीय शिक्षक उनकी मदद कर रहे हैं. विद्यार्थियों का कहना है कि काफी वक्त से स्कूल बंद हैं. वे धीरे-धीरे पढ़ा हुआ भूल रहे थे, लेकिन लाउडस्पीकर पर जब से पढ़ाई हो रही है तब से विषय ज्ञान बढ़ रहा है. लाउडस्पीकर से न केवल विषय से जुड़ी बातें सिखाई जा रही हैं, बल्कि सामान्य ज्ञान भी दिया जा रहा है. इस वजह से मानसिक विकास भी तेजी से हो रहा है.