बोलपुर : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बोलपुर में एक प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'पाड़ाय-पाड़ाय समाधान' कार्यक्रम की घोषणा की.
दो जनवरी से कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'पाड़ाय पाड़ाय समाधान' कार्यक्रम दो जनवरी को शुरू होगा और 15 फरवरी तक चलेगा. ममता ने एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा, ' आस-पड़ोस तक पहुंचने के विशिष्ट अभियान वाला यह कार्यक्रम बड़े बुनियादी ढांचा संबंधी समस्याओं का नहीं बल्कि निगम, स्थानीय या सेवा संबंधी दिक्कतों का समाधान करेगा. यह दुआरे सरकार का पूरक होगा जो करोड़ों लोगों तक पहुंचा. यह नये साल का सौगात होगा.'
मुख्य सविव अल्पन बंदोपाध्याय ने कहा कि 'दुआरे सरकार' व्यक्ति उन्मुख कार्यक्रम है जबकि इस योजना में आसपड़ोस की समस्याओं का समाधान किया जाएगा. 'पाड़ाय पाड़ाय समाधान' के लिए प्रधान सचिव और एक सचिव का कार्यबल नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि 'दुआरे सरकार' की भांति 'पाड़ाय पाड़ाय समाधान' समयसीमा तरीके से काम करेगी और आवेदक अपने आवेदन की स्थिति पर नजर रख पायेंगे.
दूसरे राज्यों से पश्चिम बंगाल आने वाले लोगों को 'बाहरी' कहे जाने पर भाजपा की तरफ से प्रहार का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह उस टैग को देशवासियों के साथ नहीं लगाती हैं, लेकिन भारत के लोगों पर बाहरी विचार प्रक्रिया थोपने के कथित प्रयास के खिलाफ हैं. तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो बनर्जी ने दावा किया कि बंगाल की रीढ़ की हड्डी और स्वाभिमान को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
बीरभूम जिले में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि गड़बड़ी पैदा कर राज्य के राजनीतिक तानाबाना को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. बनर्जी और उनकी पार्टी अगले वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अक्सर भाजपा पर राज्य में 'बाहरी' लोगों को लाने का आरोप लगाती है.
भगवा दल के यह पूछने पर कि दूसरे राज्यों से पश्चिम बंगाल आने वाले लोगों को वह कैसे बाहरी कह सकती हैं तो बनर्जी ने कहा, 'हम अपने देश के लोगों को बाहरी नहीं कहते. निश्चित तौर पर हम सभी किसी भी राज्य में जा सकते हैं.'