देहरादून : जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का. इस कहावत को रुड़की की एक बेटी ने चरितार्थ कर दिखाया है. हरिद्वार जिले में रुड़की शहर के मकतुलपुरी इलाके की एक मध्यमवर्ग परिवार की बेटी छवि कैंथ का लोको पायलट के लिए चयन हुआ है.
छवि की कठिन मेहनत और लगन के बाद मिली सफलता पर सभी को नाज हो रहा है. फिलहाल छवि कैंथ गाजियाबाद में डेढ़ महीने की ट्रेनिंग पर हैं. ट्रेनिंग खत्म होने के बाद वह ट्रेन चलाती हुईं नजर आएगीं. वहीं, छवि का चयन होने के बाद परिवार में खुशी की लहर है.
बता दें कि, रुड़की शहर शिक्षानगरी के नाम से भी जाना जाता है. शिक्षानगरी को सार्थक करती रुड़की की 27 वर्षीया छवि कैंथ जिले की पहली महिला होंगी, जो ट्रेन चलाएंगी. छवि कैंथ का लोको पायलट के लिए सेलेक्शन हुआ है. छवि के पिता अनिल कैंथ रुड़की के लॉर्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं. अनिल की दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी छवि और छोटी बेटी अंजलि हैं. जो पिता को बेटों की कमी होने का अहसास तक नहीं होने देती हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए छवि के पिता अनिल ने बताया कि वो मध्यम वर्ग परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनकी बड़ी बेटी छवि ने अपने कड़े परिश्रम से पूरे परिवार का गौरव बढ़ाया है. साथ ही बताया कि छवि का बीते दिनों रेलवे विभाग में लोको पायलट के लिए चयन हुआ है. जो फिलहाल गाजियाबाद में डेढ़ महीने की ट्रेंनिग पर है. जल्द ही ट्रेनिंग पूरी होने के बाद छवि अपनी ड्यूटी नजर आएंगी.