अहमदाबाद: चंद्रयान-2 के लॉन्च में बस अब कुछ ही घंटे बाकी रह गए हैं. भारत के लिए ये मिशन काफी अहम माना जा रहा है. पूरे देश में उत्साह है. इसी कड़ी में गुजरातवासियों में दोगुनीखुशीदिख रही है. जानिए क्या है इसकी वजह...
दरअसल, चंद्रयान-2 रॉकेट में कुछ भाग (पुरजे) ऐसे इस्तेमाल किये गए हैं, जिन्हें सूरत की एक कंपनी हिमसन्स सैरेमिक ने बनाया है. इस संबंध में ईटीवी भारत ने हिमसन्स सैरेमिक कंपनी के मालिक निमेश बचकानीवाला से बातचीत की.
बातचीत के दौरान निमेश ने सैरेमिक से बने इन पुरजों की खासियत बताई. उन्होंने कहा कि ये पुर्जे इतने अहम हैं, कि इनके बिना रॉकेट ऊपर जा ही नहीं सकता.
उन्होंने सैरेमिक से बने इन पुरजों के उपयोगों के बारे में बताते हुए कहा कि स्पेस में तापमान कई अधिक हो जाता है, जिससे रॉकेट के कुछ पुरजों के जलने की संभावना होती है. ऐसी स्थिति में सैरेमिक से बने ये पुर्जे तापामान अवरोधक का काम करते हैं.