नई दिल्ली: भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) की प्रस्तावित अंतर्देशीय जलमार्ग संख्या 37 बिहार में लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन के लिए एक बड़ा खतरा बन गयी है. जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ने बिहार से बहने वाली गंडक नदी पर अंतर्देशीय जलमार्ग संख्या 37 बनाने का प्रस्ताव दिया है. इस प्रस्ताव ने इस राष्ट्रीय जलीय जानवर के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते समीर कुमार सिन्हा. इस बारे में वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (WTI) के डिप्टी डायरेक्टर और डिवीजन हेड समीर कुमार सिन्हा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की.
सिन्हा ने इस बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा, 'गंडक नदी पर अंतर्देशीय जलमार्ग संख्या 37 बनाते समय गहरे चैनल के लिए ड्रिलिंग की जाएगी, जो लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करेगा.'
समीर सिन्हा ने कहा, 'उन्होंने कहा कि गंडक नदी में डॉल्फिन की संख्या वैसे ही कम हो रही है. बिहार सरकार ने हमें बिहार में गंडक और घाघरा नदी में गंगा की डॉल्फिन पर एक सर्वेक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी है.'
डब्ल्यूटीआई अधिकारी ने आगे कहा कि गंडक नदी पर बैराज और विद्युतीकरण भी इस लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं.