नई दिल्ली : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि हुनर हाट देश भर के शिल्पकारों, दस्तकारों के हुनर के हौसले का हब बन गया है.
नकवी ने कहा कि हुनर हाट मास्टर कारीगरों और शिल्पकारों के लिए सशक्तिकरण के आदान प्रदान का अच्छा मंच साबित हुआ है. 39 वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला, 'हुनर हाट' के औपचारिक उद्घाटन के बाद बोलते हुए, नकवी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 2 लाख 50 हजार से अधिक मास्टर कारीगरों, शिल्पकारों और पाक विशेषज्ञों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं.
नकवी ने कहा कि एक तरफ देश के विभिन्न स्थानों से लाखों लोग 'हुनर हाट' में आते हैं और कारीगरों को प्रोत्साहित करते हैं, वहीं दूसरी ओर मास्टर कारीगरों और शिल्पकारों के दुर्लभ अति सुंदर उत्पादों के लिए करोड़ों रुपये का व्यवसाय होता है .
हुनर हाट में देश के लगभग सभी राज्यों की महिला कलाकारों सहित मास्टर कलाकार और शिल्पकार भाग ले रहे हैं. ऑडिशन में आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के बाटिक, बाथ प्रिंट, ढकाई सिल्क, गोल्डन ग्रास, चिकनकरी, कॉपर बेल प्रोडक्ट जैसे हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के बेहतरीन काम दिखाए जा रहे हैं.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने आगे कहा कि 2019 और 2020 में आयोजित होने वाले सभी हुनर हाट 'एक भारत श्रेष्ठ भारत ' की थीम पर आधारित होंगे. अगला 'हुनर हाट' मुंबई में 20 से 31 दिसंबर, 2019 तक आयोजित किया जाएगा.
14 दिवसीय व्यापार मेले में ऑस्ट्रेलिया, ईरान, ब्रिटेन, वियतनाम, बहरीन, बांग्लादेश, भूटान, चीन, मिस्र, हांगकांग और इंडोनेशिया सहित कई देश भाग ले रहे हैं. इस वर्ष, पार्टनर देश का दर्जा अफगानिस्तान को दिया गया है, जबकि बिहार और झारखंड फोकस स्टेट हैं.
IITF की वर्ष की थीम 2014 में वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनस इंडेक्स पर 63 वीं रैंक तक पहुंचने की भारत की उपलब्धि से प्रेरित है.