नई दिल्ली :देश में इन दिनों ऐसी कोई सब्जी नहीं रही जिसका दाम पहले की अपेक्षा ज्यादा न रहा हो. सब्जियों के लगातार बढ़ते दाम ने आम लोगों को हैरान और परेशान कर दिया है. सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इन सभी में आलू और प्याज के दाम तो बेतहाशा बढ़ रहे हैं. जिसके बाद अब आम आदमी की रसोई में खाने का स्वाद अब कम होता जा रहा है.
प्याज पिछले साल की तरह उपभोक्ताओं के आंसू निकाल रहा है. बरसात में फसल खराब होने की वजह से प्याज के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हैं. प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए, केंद्र सरकार ने थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन की भंडारण सीमा निर्धारित की है. इस फैसले के कारण, नासिक जिले में लगभग सभी बाजार समितियों में प्याज की नीलामी बंद कर दी गई है. जमाखोरी पर प्रतिबंध हैं.
नीलामी में भाग नहीं लेने का सीमा व्यापारियों का फैसला
थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन तक और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन तक प्याज भंडारण की सीमा व्यापारियों ने नीलामी में भाग नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि ऐसा करने में कठिनाइयां होंगी. इस निर्णय के कारण, नासिक जिले के लासलगांव, पिंपलगांव बसवंत, मनमाड, नंदगांव, चंदवाड़, येओला और अन्य बाज़ार समितियों में प्याज की नीलामी अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी जाएगी.
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दिल्ली, मुंबई, चेन्नई का ये है हाल
सरकार के दखल के बाद दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख बाजारों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये किलो तक की कमी आयी है. सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली है. सरकार ने प्याज की आसमान छूती कीमतों के मद्देनजर इसके भंडारण की अधिकतम सीमा तय कर दी है. इसके अलावा निर्यात पर रोक के साथ ही आयात बढ़ाने के भी उपाय किये गये हैं.
महाराष्ट्र में प्याज के भाव पांच रुपये की गिरावट
सरकार के दखल के एक दिन बाद उत्पादक क्षेत्रों में भी कीमतों में नरमी आयी है. उदाहरण के लिये महाराष्ट्र के लासलगांव में इसके भाव में पांच रुपये की गिरावट आयी है और यह 51 रुपये किलो पर आ गया है. बता दें कि लासलगांव एशिया में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी है.
चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 66 रुपये किलो
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 23 अक्टूबर को 76 रुपये प्रति किलोग्राम से कम होकर 24 अक्टूबर को 66 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयीं.
मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में कीमत
इसी तरह, मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में भी दरें पांच से छह रुपये प्रति किलो गिरकर क्रमश: 70 रुपये प्रति किलोग्राम, 64 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयीं हैं. इन उपभोग बाजारों में दैनिक आवक में कुछ सुधार होने के बाद कीमतों में गिरावट आयी है.
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