नई दिल्ली : निजामुद्दीन के मरकज में बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने को लेकर क्राइम ब्रांच द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में सात लोगों के नाम शामिल किए गए हैं. फिलहाल बीते दो दिनों से मरकज के प्रमुख मौलाना साद गायब है. मौलाना साद की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम जुटी हुई है. इस मामले में मौलाना साद मुख्य आरोपी है.
जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार द्वारा उपराज्यपाल से इस मामले में एफआइआर दर्ज करने की मांग की गई थी. इसके बाद मंगलवार शाम को निजामुद्दीन थाने के एसएचओ मुकेश वालिया के बयान पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया है. यह एफआईआर दर्ज करने के बाद इसकी जांच रोहिणी सेक्टर-14 स्थित क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही है.
मुख्य आरोपी मौलाना साद लापता
पुलिस के अनुसार इस मामले में तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के अलावा छह अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनके नाम डॉक्टर जीशान, मुफ्ती शहजाद, मोहम्मद शफी, यूनुस, मोहम्मद सलमान और मोहम्मद अशरफ हैं. बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी मौलाना साद बीते 3 दिनों से लापता है. इस मामले के सामने आने के बाद से वह अपने घर पर नहीं हैं. क्राइम ब्रांच की टीम फिलहाल उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
मरकज को कराया गया खाली
पुलिस के अनुसार बीते रविवार से चल रहे रिस्की ऑपरेशन को आज सुबह खत्म कर लिया गया है. यहां से कुल 2361 लोगों को बाहर निकाला गया है, जिनमें से 617 में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अन्य सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन में भेजा गया है. अभी तक कुल 24 ऐसे लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जो इस मरकज से अस्पताल पहुंचाए गए थे.