पूर्णिया :बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव सहित पार्टी के छह नेताओं पर पूर्णिया में एफआईआर दर्ज किया गया है. पार्टी के पूर्व एससी-एसटी प्रकोष्ठ के सचिव शक्ति मलिक की रविवार को हत्या कर दी गई. मृतक की पत्नी की शिकायत पर आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव, अनिल कुमार साधु समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
पूर्णिया के हॉट थाने में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि शक्ति मलिक की हत्या के साजिश के पीछे बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का हाथ है. परिजनों ने बताया कि तीन अज्ञात हमलावरों ने मुर्गी फार्म रोड के पास घर में घुसकर करीब से गोली मार दी. जिसके बाद शक्ति मलिक को सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
टिकट मांगने पर हत्या करवाने का आरोप टिकट मांगने पर हत्या करवाने का आरोप
मृतक शक्ति मलिक के परिजनों के मुताबिक शक्ति मलिक अररिया के रानीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ने वाला था इसलिए राजद नेताओं ने उसे रास्ते से हटा दिया. मलिक साल 2019 में राजद में शामिल हुआ था. इसके बाद पार्टी ने उसे एससी-एसटी प्रकोष्ठ का राज्य सचिव बनाया था. कुछ दिन पहले ही शक्ति मलिक ने तेजस्वी यादव पर रानीगंज सुरक्षित सीट से टिकट देने के लिए 50 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था.
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'सिर्फ तेजस्वी यादव ही जिम्मेदार'
हत्या से पहले का एक ऑडियो सामने आया है जिसमें शक्ति मलिक यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि अगर मेरी हत्या या फिर मेरे परिवार पर किसी तरह की आंच आती है तो इसके लिए सिर्फ तेजस्वी यादव जिम्मेदार होंगे.