आइजोल :असम राइफल्स ने मिजोरम में एंटी ड्रग अभियान के पहले चरण की शुरुआत की. अभियान को चार चरणों में आयोजित करने की योजना है. राज्य सरकार ड्रग पर अंकुश लगाने के लिए पूरे प्रयास कर रही है. असम राइफल्स ने भी सिविल प्रशासन की सहायता के साथ और समाज के समग्र उत्थान में मदद करने और एक प्रगतिशील तरीके से ड्रग्स के चंगुल से युवाओं को निकालने में मदद करने के लिए यह व्यापक पहल की है.
1984 के बाद से मिजोरम में 131 महिलाओं सहित 1630 लोगों की नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से मौत हुई हैं. 2020 में 50 लोगों की मौत हुई. भारत में जनसंख्या का लगभग 0.7 प्रतिशत हिस्सा ड्रग्स से प्रभावित है.
प्रभावितों की संख्या सबसे ज्यादा मिजोरम में है. समाज कल्याण विभाग द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि आइजोल (27.8%) में कुल ड्रग उपयोगकर्ताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. यह संख्या सबसे कम ल्वांगट्लाई (5.9%) में है.
सर्वेक्षण में भाग लेने वाले ज्यादातर लोगों ने माध्यमिक शिक्षा पूरी की थी. 30-40 प्रतिशत ने हाई स्कूल पास किया था और 10-15 प्रतिशत ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी. अधिकांश ड्रग्स उपयोगकर्ता बेरोजगार थे और उनकी आय का मुख्य स्त्रोत ड्रग्स बेचना ही था. वहीं ड्रग्स लेने वालों में 94 प्रतिशत पुरुष थे.