नई दिल्ली : रणनीतिक और राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ सुबिमल भट्टाचार्य ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू करने का भारत का फैसला बांग्लादेश के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध को बाधित करने वाला नहीं है.
ईटीवी भारत से बातचीत में भट्टाचार्य ने कहा कि सीएए क्यों बांग्लादेश के साथ संबंध में बाधा डालेगा. भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध अच्छे रहे हैं क्योंकि अब इसे नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के नेतृत्व का सबसे सुनहरा दौर कहा जाता है.
सुबिमल ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम दोनों देशों के बीच संबंधों में बाधक नहीं बनेगा.
भट्टाचार्य ने कहा कि जो लोग बांग्लादेश से आए हैं, वे पहले से ही लंबे समय से भारत में रह रहे हैं.
यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि बांग्लादेश ने पहले कहा था कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) और नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) दोनों ही भारत के आंतरिक मामले हैं.
हाल ही में बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन ने कहा है कि बांग्लादेश-भारत संबंध सामान्य हैं और वे प्रभावित नहीं होंगे.
मोमन ने कहा है कि भारत से अनुरोध किया गया है कि वह देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की सूची उपलब्ध कराए, जिससे उन्हें स्वदेश लौटने की अनुमति दी जाएगी.
भट्टाचार्य ने कहा, दोनों देशों के नेतृत्व के बीच उक्त मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है.