रायपुर : कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान सभी तरह के परिवहन बंद हैं. यही कारण है कि दूसरे राज्यों में पढ़ने गए बच्चे और रोजगार की तलाश में गए मजदूर वहीं फंसे हुए हैं.
दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए छ्त्तीसगढ़ शासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में कोटा में पढ़ने गए बच्चों को वापस लाने के लिए बसों को रवाना किया जा चुका है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का बयान. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि भारत सरकार की सहमति के बाद कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए बसों को रवाना कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि ज्यादा दूरी होने की वजह से इन बसों के साथ अधिकारी और एम्बुलेंस भी भेजी गई है, ताकि कोई परेशानी न हो. कोटा में राज्य के लगभग 1,500 छात्र-छात्राएं फंसे हैं.
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इसके अलावा राज्य शासन की ओर से दूसरे राज्यों से भी जानकारी ली जा रही है. वहीं दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को भी वापस लाने की कोशिश की जा रही है, अधिकारियों के मुताबिक प्रवासी मजदूरों की संख्या एक लाख से भी ज्यादा है.
उन्हें दूसरे राज्यों में फंसे हुए मजदूरों की पूरी जानकारी लेने के लिए निर्देशित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोटा से आने वाले बच्चों को क्वारंटाइन में रखा जाएगा और स्वस्थ होने पर ही बच्चों को घर जाने की अनुमति दी जाएगी.