मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई में एक चार माला इमारत ध्वस्त हो गई है. ये घटना है मुंबई के डोंगरी इलाके की. घटना के बाद मलबे में 40 से अधिक के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों ने 14 लोगों के मरने की पुष्टि की है. कई लोग घायल भी हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख जाहिर किया है.
देवेंद्र फडणवीस ने की मुआवजे की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रूपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये देने की घोषणा की.
डोंगरी में इमारत गिरने के बाद बृहन्मुंबई नगरपालिका ने इमामबाड़ा नगरपालिका सेकेंड्री गर्ल्स स्कूल में शेल्टर का इंतजाम किया है. मौके पर पहुंचे मुम्बादेवी के विधायक अमीन पटेल का कहना है कि बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों का सहयोग लिया गया. मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय बर्वे भी मौके पर पहुंचे.
दमकल विभाग, मुंबई पुलिस और निकाय अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. संकरी सड़कों के कारण राहत और बचाव कार्य में टीमों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इमारत महाराष्ट्र आवास एवं विकास प्राधिकरण (म्हाडा) की है. हालांकि म्हाडा की मरम्मत बोर्ड के प्रमुख विनोद घोसालकर का कहना है कि इमारत संस्था की नहीं थी. म्हाडा का कहना है कि उसने यह इमारत पुन:विकास के लिए एक प्राइवेट बिल्डर को दी थी और वह जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि इमारत करीब 100 पुरानी है. वह खस्ता हाल इमारतों की सूची में नहीं थी, उसे पुन:विकास के लिए डेवेलपर को दिया गया था. उन्होंने बताया कि वहां 10-15 परिवार रह रहे थे.
एक अन्य विधायक भाई जगताप का कहना है कि निवासी लगातार म्हाडा से शिकायत कर रहे थे कि इमारत बहुत पुरानी है और बेहद खस्ता हाल है. म्हाडा के अध्यक्ष उदय सामंत का कहना है कि डोंगरी स्थित इमारत उसके अधिकार क्षेत्र में जरूर थी, लेकिन इसे पुन:विकास के लिए प्राइवेट बिल्डर को दिया गया था.
उदय सामंत ने कहा, अगर बिल्डर ने पुन:विकास में देरी की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यदि म्हाडा के अधिकारी इसे लिए जिम्मेदार हैं तो उनके खिलाफ भी कड़ी कर्रवाई होगी.
बेहद घनी आबादी और संकरी सड़कों वाले इलाके में स्थित इस इमारत में काफी लोग रह रहे थे. एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पा रही है, उसे 50 मीटर की दूरी पर खड़ा करना पड़ा.
भवन निर्माण मंत्री राधा कृष्ण विखे पाटिल ने बताया कि 14 के मरने की आशंका है. अब तक 5 को बचा लिया गया है, जिसमें एक बच्ची है. वहीं 3 लोग घायल हैं. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है.
भवन निर्माण मंत्री राधा कृष्ण विखे पाटिल का बयान इस इमारत का मालिकाना हक महाराष्ट्र आवास एवं विकास प्राधिकरण के पास है. संस्था के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं और मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं.
घटनास्थल से जानकारी देते संवाददाता. डोगरी में टांडेल मार्ग स्थित केसरबाई इमारत एकाएक ध्वस्त हो गई. लगातार 40 से अधिक लेगों के फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है. मौके पर राहत और बचाव का काम शुरू हो गया है. 11.40 बजे के करीब ये घटना हुई है.
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान घटनास्थल पर दमकल की टीम पहुंच गई है. राहत और बचाव काम शुरू कर दिया गया है. एनडीआरएफ की दो टीमें भी डोंगरी में घटनास्थल पर पहुंची है. मलबे को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है.