मुंबई :महाराष्ट्र के भिवंडी नगर में सोमवार तड़के तीन मंजिला एक इमारत के गिरने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सोमवार को चार वर्षीय बच्चे सहित 20 लोगों को मलबे से निकाला गया. पुलिस ने बताया कि 43 वर्ष पुरानी झिलानी इमारत आज तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर गिर गई. इस हादसे में मरने वालों में दो साल का बच्चा भी शामिल है.
इस बीच, इमारत गिरने के मामले में नगर निकाय के दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है जबकि इमारत के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ) के कर्मी मलबे से उबेद कुरैशी नाम के चार साल के एक बच्चे को निकालते और उसे पानी पिलाते देखे गए.
भिवंडी, ठाणे से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित एक पावरलूम नगर है. एक अधिकारी ने बताया कि इस इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग इस इमारत में रहते थे.
एक निकाय अधिकारी ने बताया कि धमनकर नाका के पास नरपोली में पटेल कम्पाउंड स्थित इमारत जिस समय गिरी, उस समय उसमें रहने वाले लोग सो रहे थे.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई है. एनडीआरएफ के महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने बताया कि टीमें मलबे में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए एक श्वान दस्ते का इस्तेमाल कर रही हैं.
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ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया था कि इमारत का एक हिस्सा धराशायी हो गया और इमारत में रहने वाले कई लोग मलबे में फंस गए हैं.
उन्होंने कहा कि यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम के जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इमारत के गिरने के तत्काल बाद निवासी मौके पर पहुंचे और लोगों को मलबे से निकालने में मदद की.
अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है. इसके साथ ही घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
भिवंडी के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने बताया कि इमारत गिरने के बाद नगर निकाय के अधिकारियों की शिकायत पर इमारत के मालिक सैय्यद अहमद जिलानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-337,338, 304 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस अधिकारी ने मलबे में किसी के दबे होने या शव होने की संभावना से इनकार किया है.
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ठाणे के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इमारत गिरने की जांच की जाएगी. उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि भिवंडी में 102 खतरनाक इमारतों को पहले ही खाली करा लिया गया है. इस बीच, बीएनएमसी ने इमारत गिरने के सिलसिले में दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया है.
आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक सहायक नगर निगम आयुक्त सुदाम जाधव और इंजीनियर एवं सत्यापन अधिकारी दूधनाथ यादव को निलंबित कर दिया गया है. जांच के लिए समिति बनाई गई है जिसमें सहायक नगर योजनाकार शामिल होंगे.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमारत गिरने से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया था. मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इमारत के गिरने पर दुख व्यक्त किया और प्रशासन को ठीक से बचाव कार्य करने और घायलों के इलाज का निर्देश दिया.