रांची : झारखंड के बोकारो में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां पर डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की अनदेखी और सुस्त रवैये की वजह से बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई. बोकारो के सेक्टर नौ का रहने वाला बीएसएफ जवान 8वीं बटालियन में पश्चिम बंगाल में सीटी (जीडी) के पोस्ट पर तैनात थे. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 22 जुलाई को झारखंड बोकारो में भर्ती कराया गया था.
भर्ती के 24 घंटे बाद कोरोना का सैंपल लिया गया. जब तक किसी भी तरह की जांच से डॉक्टर ने मना कर दिया. परिजनों ने बाहर से खरीदकर शुगर और बीपी किट से उदय शंकर का शुगर और बीपी जांच की गई. जांच में पता चला कि वो हाई बीपी और हाई शुगर से जूझ रहे है. इलाज के लिए परिजनों ने मेडिकल स्टाफ से काफी मिन्नतें कीं. लेकिन कोरोना का हवाला देकर उदय शंकर को दवा और इलाज के महरूम रखा गया और उदय शंकर ने तड़प-तड़पकर अपनी पत्नी और बच्ची के सामने दम तोड़ दिया. पत्नी और पुत्री का सीधा आरोप अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पर है कि, उनकी अनदेखी से उदय शंकर की मौत हो गई. जबकि डॉक्टर ने बार-बार कोरोना की रिपोर्ट आने का हवाला दिया गया.