नई दिल्ली : बालाकोट एयरस्ट्राइक को आज एक साल पूरा हो गया. पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि बालाकोट एयरस्ट्राइक को संतुष्टि के साथ पीछे मुड़कर देखा जाता है.
धनोआ ने कहा, 'बालाकोट के बाद बहुत सारी चीजें बदलीं. हम संदेश देना चाहते थे कि हम घुसकर मारेंगे, चाहे आप कहीं भी हो. अन्यथा, हम उनपर अपने क्षेत्र से भी हमला कर सकते थे.'
उन्होंने कहा, 'यह हमारे ऑपरेशन करने के तरीके में एक बदलाव है. दूसरे पक्ष ने कभी नहीं माना कि पाकिस्तान के अंदर चल रहे एक आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर स्ट्राइक कर सकते हैं, जिसे हमने सफलतापूर्वक अंजाम दिया.'
बालाकोट एयरस्ट्राइक की पहली वर्षगांठ पर बोले पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'बालाकोट हवाई हमले के बाद चुनावों में कोई आतंकी हमला नहीं हुआ क्योंकि आतंकी डर में थे. आतंकी जान गए थे कि हम फिर से उसी तरीके या उससे अधिक विनाशकारी तरीके से जवाब देंगे.'
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा, 'मेरा मानना है कि जंग जरूरत के समय वर्दीधारी योद्धाओं के सामूहिक साहस और प्रयासों के दम पर लड़ी जाती है.' उन्होंने कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक सीमा पार से चलाए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ भारत की सामरिक कार्रवाई में महत्वपूर्ण बदलाव दिखाता है.