श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के तिरंगे झंडे वाले बयान पर हंगामा बढ़ता जा रहा है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने वहां तिरंगा रैली का आयोजन किया. यह रैली श्रीनगर के टैगोर हॉल से शुरू हुई और शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में समाप्त हुई.
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीडीपी कार्यालय में तिरंगा झंडा फहराया.
रैली में शामिल हुए एक भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि रैली का आयोजन महबूबा मुफ्ती के उस बयान के खिलाफ किया गया है और उनको यह संदेश दिया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में कई लोग तिरंगा लहराने के लिए तैयार हैं.
बता दें कि शुक्रवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि वह तब तक तिरंगा नहीं उठाएंगी, जब तक कि पूर्व राज्य जम्मू-कश्मीर का झंडा बहाल नहीं हो जाता.
झंडे पर बवाल के कारण का वीडियो इसके जवाब में राजनीति तेज हो गई है. भाजपा ने इस बयान के जवाब में इस रैली का मंचन किया.
रैली टैगोर हॉल से गुपकर रोड तक गुजरी जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके आवास के बाहर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नारेबाजी की.
रैली के दौरान, बीजेपी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने ईटीवी भारत को बताया कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी राजनीतिक नेता या व्यक्ति के राष्ट्रविरोधी बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
गौरतलब है कि 1947 के बाद जम्मू-कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टी ने तिरंगे के लिए रैली निकाली है.
इससे पहले रविवार को अमनदीप सिंह के नेतृत्व में युवा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जम्मू के गांधी नगर में पीडीपी कार्यालय पर तिरंगा फहराने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 'आज, हम भाजपा कार्यकर्ताओं ने पीडीपी कार्यालय में झंडा फहराया. वह पिछले दो दिनों से महबूबा के विवादास्पद बयान के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ता उस झंडे को फहराने की अनुमति देने का अनुरोध कर रहे थे जिसे आज मंजूरी दी गई.
इससे पहले श्रीनगर पुलिस ने तीन लोगों को सिटी सेंटर के घंटा घर पर तिरंगा फहराने की कोशिश के दौरान हिरासत में लिया था. तीनों उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के निवासी हैं.
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झंडे पर बवाल के कारण
आपको बता दें कि शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, महबूबा ने कहा था 'जब तक हमें अपना झंडा वापस नहीं मिल जाता, हम कोई और झंडा नहीं उठाएंगे. इस झंडे ने उस झंडे के साथ हमारे रिश्ते को मजबूर कर दिया. जिसके बाद भाजपा ने पीडीपी अध्यक्ष पर भड़काऊ टिप्पणी करने का आरोप लगाया है.