नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल पर नोटबंदी के मुद्दे पर सत्तारूढ दल को निशाना बनाने के लिए ‘‘झूठी खबरें’’ फैलाने का आरोप लगाया.
भाजपा ने इस मामले में उनके तथा उनकी पार्टी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए भी चेताया.
भाजपा महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव ने एक बयान में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा जारी उस वीडियो का जिक्र किया जिसमें एक भाजपा नेता को 40 प्रतिशत कमीशन पर नोटबंदी के बाद कथित रूप से पुराने नोट बदलते हुए दिखाया गया है.
यादव ने सिब्बल पर सत्तारूढ भाजपा के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए फर्जी सीडी जारी करने का आरोप लगाया.
उन्होंने बयान में कहा, ‘‘भाजपा कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है.
विपक्ष ने नोटबंदी पर सरकार को घेरा
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर दावा किया कि नोटबंदी के बाद भी 40 फीसदी कमीशन के बदले नोट बदले गए और इस ‘घोटाले के जरिए देश की आम जनता का पैसा लूटा गया जो देशद्रोह है.
विपक्षी दलों के साझा संवाददाता सम्मेलन में जो वीडियो जारी किया गया उसमें यह कथित तौर पर दिखाया गया है कि नोटबंदी के बाद अहमदाबाद के निकट भाजपा के एक कार्यकर्ता ने पांच करोड़ रुपये मूल्य के चलन से बाहर हो चुके नोट बदले और इसके लिए 40 फीसदी कमीशन लिया गया.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस वीडियो की जिम्मेदारी लेने अथवा इसे सत्यापित करने से इनकार करते हुए कहा कि यह वीडियो एक समाचार पोर्टल से डाउनलोड किया गया है.
संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल, राजद के मनोज झा एवं लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव तथा कुछ अन्य विपक्षी नेता मौजूद थे.
सिब्बल ने कहा, यह वीडियो सवाल उठाता है कि जब देश की आम जनता कुछ हजार रुपये के लिए मुश्किल का सामना कर रही थी तो उस वक्त गुजरात में भाजपा के कार्यकर्ता के पास इतने पैसे कहां से आए?
उन्होंने कहा, ‘‘देश को फैसला करना है कि चौकीदार कौन है और चोर कौन है? यह भी तय करना है कि देशभक्त कौन है और देशद्रोही कौन है?