मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के गुरुवार को आए नतीजों के अनुसार जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को शासन के लिए और पांच साल दिया है. हालांकि, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की 'रोचक संभावना' सामने आई है.
महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में भाजपा को 104 पर जीत मिली है. वहीं सहयोगी शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 54 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस के खाते में 43 सीटें गई हैं. वहीं दो सीटों के नतीजे गुरुवार आधी रात तक घोषित नहीं किए गए थे.
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटें मिली थी. उस चुनाव में भाजपा और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लडे़ थे. हालांकि, बाद में शिवसेना भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि नतीजों के साथ महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने की 'रोचक संभावना' भी सामने आई है. लेकिन क्या कांग्रेस-राकांपा, शिवसेना से गठबंधन करेगी इसपर रुख स्पष्ट नहीं किया. उन्होंने भाजपा के मुकाबले कम अहितकर पार्टी करार दिया.
वर्ष 2014 के मुकाबले इस चुनाव में शरद पवार की पार्टी राकांपा की सीटों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है जबकि भाजपा के सीटों में खासी कमी आई है. हालांकि इससे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उत्साह में कोई कमी नहीं आई और उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन अगले पांच साल तक फिर शासन करेगा.
वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे के जीत कर आने पर भाजपा को उसके वादे याद दिलाए जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया.