नई दिल्ली :भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि वह क्या साबित करना चाहती हैं. हमारे देश के जवानों ने जो शहादत दी है, ऐसी शहादत का मजाक उड़ाते उन्हें शर्म नहीं आती. आखिर पाकिस्तान से उनको इतना प्यार क्यों है. अगर पाकिस्तान से इतना ही प्यार है तो वहीं से चुनाव लड़ें, हमारे संविधान पर सवाल क्यों खड़े कर रही हैं. हमारा संविधान हमारे देश के नागरिकों के लिए है.
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान महबूबा मुफ्ती पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह कौन से संविधान की बात कर रही हैं, जो हमारे देश का संविधान है, उसमें शुरुआत से ही अनुच्छेद-370 एक अस्थाई व्यवस्था (टेंपरेरी अरेंजमेंट) की थी और जो संविधान बनाने वाले थे, उनकी भी यही नीयति थी कि एक न एक दिन अनुच्छेद-370 हटेगा और 35 ए के चलते जो लोगों के साथ नाइंसाफी हो रही थी (खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के अंदर) उनको भी न्याय मिलेगा.
'कश्मीर मुद्दों की वजह से चला रही हैं राजनीति'
नूपुर शर्मा ने कहा कि मैं, महबूबा मुफ्ती से सवाल पूछना चाहती हूं कि वह किसकी बात कर रही हैं. क्या वह उन परिवारों की बात कर रही हैं, जिनकी पूरी राजनीति अनुच्छेद-370 और 35 ए के बलबूते चल रही थी. इस मुद्दे की बदौलत उनकी राजनीतिक रोटियां सिंक रहीं थीं, जिसकी वजह से वह सत्ता का जीभर कर लुत्फ उठा रही थीं. क्या उन्होंने कश्मीर को अपनी जागीर समझ रखा था. भाजपा ने महबूबा मुफ्ती के बयानों का कड़ा विरोध जताते हुए कहा किसी भी देश का संविधान वहां की जनता और उनके सहयोग के लिए बनता है.