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'सिख दंगों पर पित्रोदा का बयान निर्लज्जता और अमानवीयता से भरा है' - sam pitrodas remarks on anti sikh riots

भारतीय जनता पार्टी ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. पार्टी ने कहा कि यह निर्लज्जता और अमानवीयता को दिखाता है. यह बयान हम सबको हिला देने वाला है. जानें और क्या कहा भाजपा ने.

सैम पित्रोदा (सौ. ट्विटर)

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Published : May 10, 2019, 6:34 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के इनचार्ज सैम पित्रोदा द्वारा सिख दंगों पर दिये बयान को दुखद बताया है. बीजेपी मुख्यालय में इसी मुददे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उनका यह बयान निर्लज्जता और अमानवीयता से भरा है.

संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गुरु और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खास मित्र रहे सैम पित्रोदा का बयान चौंकाने वाला है. पात्रा ने कहा कि जिस तरह से 1984 के सिख दंगों के बारे में पित्रोदा ने कहा कि 'हुआ तो हुआ', वह अपने आप में हम सब को हिला देने वाला है, यह दुखद बयान है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते संबित पात्रा (बीजेपी प्रवक्ता)

संबित पात्रा ने कहा कि यह निर्लज्जता और अमानवीयता है, उन्होंने कहा कि 2014 तक किसी को न्याय नहीं मिला था जबकि घटना 1984 की है, मोदी सरकार ने 2015 में एसआईटी का गठन किया. एसआईटी के गठन के बाद सबने देखा कि सज्जन कुमार को तिहाड़ जेल जाना पड़ा, एक को उम्रकैद और एक दोषी को फांसी की सजा हुई.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को हाथ जोड़कर सिखों से माफी मांगनी चाहिए और सैम पित्रोदा को कांग्रेस से तुरंत बाहर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी को स्वीकार करना चाहिए कि 1984 का सिख नरसंहार कांग्रेस ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए कराया था.

प्रेस वार्ता में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सरदार आरपी सिंह

प्रेस वार्ता में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सरदार आरपी सिंह भी थे, उन्होंने कहा की 1984 सिख दंगा करने वाले कातिलों के सरगना राजीव गांधी थे, दंगाइयों को राजीव गांधी का समर्थन प्राप्त था और दंगाइयों की राजीव गांधी ने काफी मदद की थी.

पढें: सैम पित्रोदा की सफाई, '84 दंगों से संबंधित बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किए जा रहे हैं'

वहीं प्रेस वार्ता में सिख दंगों की पीड़िता भी थीं जिन्होंने बताया कि किस तरह उनके परिवार की हत्या की गई थी.

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