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कर्नाटक : भाजपा कार्यालय पहुंचे राज्यसभा उम्मीदवार को सुरक्षाकर्मियों ने गेट पर रोका

आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले कारोबारी के नारायण को भाजपा ने कर्नाटक से राज्य सभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. मेंगलुरु के रहने वाले नारायण देवांगा समुदाय के हैं. उनका पत्रिका के प्रकाशन और मुद्रण का कारोबार है. बुधवार को नारायण बी-फॉर्म लेने भाजपा कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट के बाहर ही रोक दिया. बाद में परिचय देने पर उन्हें अंदर जाने दिया गया.

K Narayan
के नारायण

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Published : Nov 18, 2020, 5:17 PM IST

बेंगलुरु : भाजपा ने कर्नाटक से राज्य सभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी से जुड़े और आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले कारोबारी के नारायण को अपना उम्मीदवार बनाने की मंगलवार को घोषणा की. अशोक गस्ती के निधन के कारण राज्य सभा की यह सीट रिक्त हो गई और एक दिसंबर को उपचुनाव होगा. मेंगलुरु के रहने वाले नारायण देवांगा समुदाय के हैं और उनका पत्रिका के प्रकाशन और मुद्रण का कारोबार है.

आम लोगों के बीच संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के मकसद से नारायण ने मासिक पत्रिका सम्भाषण संदेश का प्रकाशन शुरू किया था. इस पत्रिका का सितंबर 1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिम्हाजी ने विमोचन किया था. उसके बाद से नारायण पिछले 25 साल से संस्कृत पत्रिका का प्रकाशन कर रहे हैं. वह पत्रिका तुलुवेरे कडिगे के संपादक भी हैं. वह स्पान प्रिंट के मालिक हैं और कर्नाटक भाजपा के बुनकर प्रकोष्ठ नेकारा प्रकोष्ठ के सहसंयोजक और हिंदू सेवा प्रतिष्ठान के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं.

नारायण के बायोडाटा के मुताबिक वह शिक्षा, संस्कृति और धर्म के क्षेत्र में समाजसेवा से जुड़े रहे हैं. उपचुनाव के लिए एक दिसंबर को मतदान खत्म होने के तुरंत बाद मतगणना होगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 नवंबर है. राज्य सभा के लिए जून में निर्वाचित हुए गस्ती (55) का कोविड-19 संक्रमण के चलते कई अंगों के निष्क्रिय होने के बाद निधन हो गया था.

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नारायण राज्य सभा उम्मीदवार के रूप में नामांकित होने के बाद बी-फॉर्म प्राप्त करने के लिए बेंगलुरु में भाजपा कार्यालय पहुंचे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया. नारायण ऑफिस में बी-फॉर्म प्राप्त करने के लिए किसी भी अनुयायी के बिना एक साधारण पोशाक में आए थे, इसलिए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी. बाद में नारायण ने खुद का परिचय दिया और कहा कि वह भाजपा से राज्य सभा उम्मीदवार हैं तब उन्हें अंदर जाने दिया गया.

हालांकि, कर्नाटक राज्य भाजपा ने हाईकमान को राज्य सभा उम्मीदवार के लिए अन्य नामों की सूची भेजी थी. बताया जा रहा है कि कर्नाटक से अभिनेत्री कुशूबा या अभिनेता रजनी कंठ का नाम भी राज्य सभा के उपचुनाव के लिए भेजा गया था, लेकिन भाजपा हाईकमान ने राज्य भाजपा के सभी नामों को नकार दिया और के नारायण के नाम की घोषणा राज्य सभा उम्मीदवार के रूप में की.

अशोक गस्ती के निधन के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और अन्य मंत्रियों ने गस्ती की पत्नी सुमा को टिकट देने का आग्रह भी किया था. रायचुरु के कई लोगों ने पार्टी अध्यक्ष को उनके लिए एक अवसर देने की मांग की थी. यहां तक ​​कि सुमा ने भी कहा था यदि पार्टी मुझे अवसर प्रदान करती है, तो मैं लोगों के लिए काम करूंगी.

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