बेंगलुरु : भाजपा ने कर्नाटक से राज्य सभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी से जुड़े और आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले कारोबारी के नारायण को अपना उम्मीदवार बनाने की मंगलवार को घोषणा की. अशोक गस्ती के निधन के कारण राज्य सभा की यह सीट रिक्त हो गई और एक दिसंबर को उपचुनाव होगा. मेंगलुरु के रहने वाले नारायण देवांगा समुदाय के हैं और उनका पत्रिका के प्रकाशन और मुद्रण का कारोबार है.
आम लोगों के बीच संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के मकसद से नारायण ने मासिक पत्रिका सम्भाषण संदेश का प्रकाशन शुरू किया था. इस पत्रिका का सितंबर 1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिम्हाजी ने विमोचन किया था. उसके बाद से नारायण पिछले 25 साल से संस्कृत पत्रिका का प्रकाशन कर रहे हैं. वह पत्रिका तुलुवेरे कडिगे के संपादक भी हैं. वह स्पान प्रिंट के मालिक हैं और कर्नाटक भाजपा के बुनकर प्रकोष्ठ नेकारा प्रकोष्ठ के सहसंयोजक और हिंदू सेवा प्रतिष्ठान के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं.
नारायण के बायोडाटा के मुताबिक वह शिक्षा, संस्कृति और धर्म के क्षेत्र में समाजसेवा से जुड़े रहे हैं. उपचुनाव के लिए एक दिसंबर को मतदान खत्म होने के तुरंत बाद मतगणना होगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 नवंबर है. राज्य सभा के लिए जून में निर्वाचित हुए गस्ती (55) का कोविड-19 संक्रमण के चलते कई अंगों के निष्क्रिय होने के बाद निधन हो गया था.