नई दिल्ली : भाजपा सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विवादित भाषण दिया. इस पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से प्रवेश सिंह वर्मा को बाहर करने का आदेश दिया है.
इस पूरे मसले पर ईटीवी भारत ने प्रवेश वर्मा से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने उन्हें स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर करवाया है, मगर प्रचार तो वह अब भी करेंगे. उन्होंने कहा, 'कल तक उनकी नजरों में मैं स्टार प्रचारक था और आज मैं एक सामान्य प्रचारक हूं.'
ईटीवी भारत ने प्रवेश सिंह वर्मा से खास बातचीत की. उन्होंने यह भी कहा, 'जनता की बात करना क्या गुनाह है, जनता का सेवक हूं और जनता की ही बात करूंगा. उन्होंने कहा कि शाहीन बाग की बातें करना क्या एक मनुष्य के नाते गलत है.वह एक साधारण मनुष्य भी हैं और जब बात शाहीन बाग की आती है तो वह क्यों नहीं कर सकते.
बता दें कि प्रवेश वर्मा दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान अपने बयान को लेकर गाहे-बगाहे विवाद में चल रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी सरकार बनते ही दिल्ली में पहले ही दिन शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को हटवा देंगे.
इसे भी पढ़ें- केजरीवाल सिर्फ इमामों पर मेहरबान क्यों- प्रवेश वर्मा, BJP सांसद
बकौल सांसद, 'शाहीन बाग दिल्ली में है. दिल्ली की जनता को शाहीन बाग के प्रदर्शन से दिक्कत हो रही है और वो एक इंसान हैं. प्रदर्शनकारी बोलेंगे कि हमें जिहाद चाहिए और हम उस पर कोई टिप्पणी भी ना करें.'
वर्मा ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कह रहे हैं कि दिल्ली में उन्होंने 12 कॉलेज खोले, मगर ये कॉलेज कहां पर हैं. क्या शिक्षा मंत्री उन कॉलेजों के नाम बताएंगे? उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री यहां-वहां करके इन कॉलेजों को गिना देते हैं. शालीमार बाग वाले से कहेंगे कि यमुनापार में कॉलेज खुला है और जब यमुनापार में जाते हैं तो कहते हैं कि शालीमार में कॉलेज खुला है.
पढ़ें : अनुराग व प्रवेश पर ईसी सख्त, कहा- हटाएं स्टार प्रचारकों की सूची से नाम
बता दें कि प्रवेश वर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अब स्टार प्रचारक के तौर पर प्रचार अभियान में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. हालांकि वे प्रत्याशी के लिए प्रचार कर सकेंगे, जिसका खर्चा प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा.
बताते चलें कि अनुराग ठाकुर ने बीते सोमवार को रिठाला विधानसभा में एक जनसभा के दौरान भड़काऊ नारेबाजी कराई थी जबकि एक एजेंसी को दिए गए वर्मा के एक बयान को आचार संहिता और रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट का उल्लंघन माना गया.