भाजपा ने बंगाल में चलाया लोकतंत्र बचाओ अभियान
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने राजनीतिक हिंसा और लोकतंत्र की हत्या के विरोध में शुक्रवार को राज्यभर में प्रदर्शन किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के गणतंत्र बचाओ, बांग्ला बचाओ ; लोकतंत्र बचाओ, बंगाल बचाओ अभियान के तहत यहां मेयो रोड पर प्रदर्शन किया।
कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने राजनीतिक हिंसा और लोकतंत्र की हत्या के विरोध में शुक्रवार को राज्यभर में प्रदर्शन किया. लोगों से अगले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के जंगल राज को उखाड़ फेंकने की अपील की.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के गणतंत्र बचाओ, बांग्ला बचाओ (लोकतंत्र बचाओ, बंगाल बचाओ) अभियान के तहत यहां मेयो रोड पर प्रदर्शन किया.
घोष ने अपने संबोधन में कहा, बंगाल में कोई भी सुरक्षित नहीं है, चाहे वह विपक्षी दल का कार्यकर्ता हो या आम आदमी. राज्य के लोग तृणमूल के कुशासन से परेशान हो चुके हैं और बदलाव चाहते हैं. अगले चुनाव में तृणमूल की भ्रष्ट और अलोकतांत्रिक सरकार सत्ता से बेदखल हो जाएगी.
घोष ने कहा कि बंगाल को तृणमूल के जंगल राज से मुक्त करने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और पुलिस अधिकारी सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं में तब्दील हो गए हैं.
उन्होंने कहा,‘पिछले पांच वर्ष में बंगाल में राजनीतिक हिंसा ने सभी हदें पार कर दी हैं. तृणमूल के गुंडों ने विपक्षी राजनीतिक दलों के विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी हमले किए हैं. लोकतंत्र को इस तरह से दबाया नहीं जा सकता.’’
विजयवर्गीय ने राज्य भर में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं और उन पर हुए हमलों को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता मारे गए और लगभग 2000 पार्टी कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाकर सलाखों के पीछे डाल दिया गया. बंगाल को वृद्धि और विकास के रास्ते पर ले जाने का समय आ गया है. पार्टी ने राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में इसी तरह के विरोध प्रदर्शन किए. कूचबिहार और बीरभूम जिलों में इस प्रकार के अभियान के दौरान तृणमूल और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच छिटपुट झड़पें हुईं. इन झड़पों में दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ता कथित रूप से घायल हो गए. पुलिस झड़प वाले स्थानों पर पहुंच गई है. राज्य में अगले वर्ष अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं.