नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई घटना को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने राज्य प्रशासन और वहां फैल रही अराजकता के बारे में राष्ट्रपति को अवगत कराया. प्रतिनिधिमंडल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अराजकता फैलाने के साथ प्रशासन का राजनीतिकरण कर रही हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी ने कहा, 'प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल की स्थिति से राष्ट्रपति महोदय को अवगत कराया और उनसे अनुरोध किया कि राज्यपाल से रिपोर्ट मांग लें. तृणमूल कांग्रेस (टीमसी) ने नवरात्रि में नौ भाजपा कार्यकर्ताओं की बलि चढ़ा दी. लोगों ने जिन अपराधियों के नाम दिये हैं, वो मिलते ही नहीं हैं. ममता प्रशासन, जिन्हें चाहता है, उन्हें उठा लेता है और उन पर नारकोटिक्स का मामला दर्ज कर देता है.'
सुश्री चौधरी ने कहा,'पश्चिम बंगाल की जेलों में 28 हजार भाजपा कार्यकर्ताओं को बंद रखा गया है. इनमें 20 हजार से ज्यादा लोगों पर नारकोटिक्स के मामले दर्ज हैं. पश्चिम बंगाल में पूरी तरह से लोकतंत्र खत्म हो गया है. ऐसे ही माहौल रहा तो 2020 में होने वाले चुनावों में और 500 लोग मरेंगे.'
पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष मुकुल रॉय ने कहा, 'बंगाल में इस समय संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है. नवरात्रि में आठ भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो गया है. पंचायत चुनाव होने हैं. लोकसभा परिणाम आने के बाद से 35 लोगों का मौत हो चुकी है. बंगाल का जनादेश ममता के खिलाफ है. इस जनादेश पर काबू पाने के लिए ममता पुलिस बल का प्रयोग कर रही हैं. प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को बंगाल की स्थिति के बारे में अवगत कराया है. लेकिन राष्ट्रपति शासन लगाने की बात नहीं की गई है.'
मुर्शिदाबाद घटना को ममता द्वारा प्रॉपर्टी मामला बताये जाने को लेकर मुकुल ने कहा, 'यह झूठ है. ममता आरोप लगा रही हैं. जब किसी की मौत हो जाती है तो ममता उसे ऐसा मुद्दा बना देती हैं. बंगाल में होने वाले अगले चुनाव में ममता की सरकार नहीं रहेगी.'