हैदराबाद :भारत में 11 अक्टूबर का दिन बहुत ही खास होता है. इस दिन हम भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) को उनकी जयंती पर स्मरण करते हैं. जयप्रकाश ने हमारे लोक तांत्रिक मूल्यों की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है. इसके साथ ही इस दिन भारत रत्न नानाजी देशमुख को भी याद करते हैं. इनकी जयंती भी 11 अक्टूबर को मनाई जाती है. नानाजी देशमुख जयप्रकाश नारायण के निकतम साथी थे. जब जेपी भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे थे. तब पटना में उनके ऊपर प्राण घातक हमला किया गया था. तब नानाजी देशमुख ने वह वार अपने ऊपर ले लिया था. इस हमले में नानाजी को काफी चोट आई थी, लेकिन जेपी का जीवन बचाने में वह कामियाब रहे थे.
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख को आज उनकी जन्म जयंती पर नमन किया.
उन्होंने कहा 'मैं लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर नमन करता हूं, उन्होंने भारत की स्वाधीनता के लिए वीरता पूर्वक लड़ाई लड़ी और जब भारतीय लोकतन्त्र खतरे में था तब उन्होंने इसे संरक्षित करने के लिए विशाल जन आंदोलन का नेतृत्व किया. उनके लिए राष्ट्रीय हित और जन कल्याण सर्वोपरि था.'
महान नानाजी देशमुख, लोकनायक जयप्रकाश के निष्ठवान अनुयायियों में से एक थे. उन्होंने जेपी के विचारों और आंदोलनों को लोकप्रिय बनाने में अनथक परिश्रम किए. ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य हमें प्रेरित करते हैं. प्रधानमंत्री, भारत रत्न नानाजी देशमुख को उनकी जयंती पर याद कर रहे थे.