हैदराबाद : महामारी तैयारी और विकास गठबंधन (सीईपीआई) ने अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक के साथ मिलकर चिकनगुनिया की वैक्सीन विकसित करेगा.
नये समझौते के तहत सीईपीआई भागीदार कंपनियों को वैक्सीन निर्माण और नैदानिक परीक्षण के लिए 106 करोड़ रुपये प्रदान करेगा. इस कंसोर्टियम के हिस्से के रूप में सीईपीआई-भारत कार्यक्रम के माध्यम से वैक्सीन निर्माण और नैदानिक परीक्षणों के लिए 16 करोड़ 59 लाख रुपये खर्च होने जा रही है.
भारत बायोटेक कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह साझेदारी दुनिया को चिकनगुनिया से बचाने के लिए काम करेगी. भारत बायोटेक के एमडी डॉ कृष्णा एला ने कहा कि कंपनी चिकनगुनिया से बचने के लिए इस महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रही है.
गौरतलब हो कि अभी तक कोई भी देश या संस्था वर्तमान में कोरोना जानलेवा वायरस से लड़ने के लिए कोई वैक्सीन तैयार नहीं कर पाया है. दुनियाभर की कंपनियां कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगी हुई है. यहां तक की दुनिया का सबसे ताकतवार देश अमेरिका में भी वैक्सीन निर्माण पर काम कर रहा है.