कोलकाता :भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल पुलिस के इस दावे को गलत बताया कि वह पैलेट गन का इस्तेमाल नहीं करती . साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हाल की एक रैली के दौरान भगवा दल के कार्यकर्ता की हत्या के बारे में 'सफेद झूठ' बोल रही है. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि ममता सरकार और उनकी पुलिस लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रही है.
विजयवर्गीय ने एक छोटा वीडियो साझा किया जिसमें एक पुलिसकर्मी एक शॉटगन में कथित तौर पर गोलियां भर रहा है . उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस जो कहती है और जो करती है उसमें भारी अंतर है. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'यह साधारण फुटेज है, मेरे पास ऐसे दस वीडियो हैं जिससे साबित कर सकता हूं कि पश्चिम बंगाल पुलिस सफेद झूठ बोल रही है.'
उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे
विजयवर्गीय वीडियो में करीब 40 सेकेंड तक दिखे और कहा कि अगर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस उनके कार्यकर्ताओं को गलत तरीके से फंसाती है तो उनकी पार्टी उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी. उन्होंने कहा, 'यह वीडियो इस बात का सबूत है कि पश्चिम बंगाल पुलिस क्या ट्वीट करती है और वास्तव में किस तरह से काम करती है.'
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले एक ट्वीट में कहा कि राय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि शॉटगन से चली गोली के जख्मों से उसकी मौत हुई है और पुलिस ऐसे हथियार का इस्तेमाल नहीं करती है. पुलिस ने कहा था, 'यह स्पष्ट है कि सिलीगुड़ी में सोमवार के प्रदर्शन के दौरान सशस्त्र लोगों को लाया गया और उन्होंने आग्नेयास्त्रों से गोलियां चलाईं.'
भाजपा कार्यकर्ता को लगी थी गोली
भाजपा कार्यकर्ता उलेन राय की सोमवार को सिलीगुड़ी में एक विरोध मार्च के दौरान गोली लगने से घायल होने के बाद मौत हो गई थी. इसके बाद पार्टी ने मंगलवार को अपनी रैलियों के दौरान पुलिस बर्बरता के विरोध में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था.
ममता का पलटवार, भाजपा झूठ बोलती है
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी भगवा दल पर 'अपनी रैलियों में लोगों की हत्या' करने के आरोप लगाए और जानना चाहा कि क्या ऐसा दुष्प्रचार के लिए किया जा रहा है. बनर्जी ने रानीगंज में एक सार्वजनिक रैली में कहा, 'भाजपा झूठ बोलती है, लोगों की हत्या करती है, यह रैलियां करती है और लोगों की हत्या करती है. क्या आप यह सब प्रचार के लिए करते हैं क्योंकि रैली में ज्यादा लोग नहीं थे ? पुलिस इनका इस्तेमाल नहीं करती है... क्या आपने एक व्यक्ति को पैलेट से मार दिया ताकि प्रचार मिल सके, दुष्प्रचार किया जा सके?'